BPSC 65th Final Results 2021: चंदा की चमक से पाकुड़ गाैरवान्वित; पहली सफलता के बाद भी नहीं मानी हार, अब सेकेंड टापर
BPSC 65th Final Results 2021 झारखंड के पाकुड़ की रहने वाली चंदा भारती ने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त की है। यह पाकुड़ के साथ-साथ धनबाद के लिए खुशी की बात है। चंदा ने धनबाद के सिंदरी बीआइटी से बीटेक की डिग्री हासिल की है।
जासं, पाकुड़। 65वीं बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा 2021 में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली झारखंड के पाकुड़ की चंदा भारती की जितनी प्रशंसा की जाय कम होगी। आमताैर पर नियोजन के लिए प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के बाद बहुसंख्यक लोग संतुष्ट हो जाते हैं। चंदा इससे इतर है। दूसरे प्रयास में द्वितीय स्थान हासिल करने में सफलता मिली है। पहले प्रयास में राजस्व सेवा में चयन हुआ। वर्तमान में वह बिहार के गया में सहायक अभियंता के रूप में पदस्थापित है। चंदा ने कुछ और बनने की ठान ली। और अब सेकेंड टापर बनने का कमाल कर दिखाया है। इससे पाकुड़ खुद को गाैरवान्वित महसूस कर रहा है।
चंदा शुरू से पढ़ाई में अव्वल
65वीं बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा 2021 का परिणाम गुरुवार को जारी हुआ। परिणाम सूची में चंदा का नाम दूसरे नंबर है। पाकुड़ की बेटी चंदा भारती ने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त कर पाकुड़ ही नहीं झारखंड का नाम रोशन किया है। चंदा को यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली है। पहले प्रयास में चंदा का चयन राजस्व सेवा के लिए हुआ था। वर्तमान में वह गया में सहायक अभियंता के रूप में पदस्थापित है। बीपीएससी में प्रशासनिक सेवा के लिए चंदा ने काफी कठिन परिश्रम किया। आज वही परिश्रम सफलता के रूप में सामने है। बीपीएससी में सेकेंड टापर बन चंदा ने नवरात्र में अपने परिवार को अनमोल तोहफा दिया है। चंदा शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। उसने 10वीं की परीक्षा पाकुड़ डीएवी से 10 सीजीपीए अंक के साथ 2010 में पास की थी।
धनबाद और बोकारो को भी इतराने का माैका
चंदा की सफलता पर पाकुड़ के साथ-साथ झारखंड का धनबाद और बोकारो जिला भी इतरा सकता है। उसने बोकारो के डीपीएस से इंटर की परीक्षा पास की। इसके बाद धनबाद के सिंदरी स्थित बीआइटी से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। चंदा के पिता विवेकानंद यादव गढ़वा में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थापित हैं जबकि माता कुंदन कुमारी पाकुड़ के हरिणडांगा स्कूल में सहायक शिक्षिका हैं।
माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
चंदा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ अपने गुरूजनों को दिया है। चंदा का कहना है कि सफलता के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। इसका कोई विकल्प नहीं। सही दिशा में यदि ईमानदार प्रयास किया जाए तो लक्ष्य आसान हो जाता है। उसके माता-पिता ने हमेशा उसका हौसला बढ़ाया और भरोसा जताया कि वह अपने लक्ष्य काे प्राप्त करने में निश्चित सफल होगी। वहीं चंदा की सफलता से डीएवी के शिक्षक भी उत्साहित हैं। प्राचार्य आशिष कुमार मंडल ने चंदा को इस सफलता पर बधाई दी है और कहा कि चंदा की सफलता पाकुड़ के दूसरे छात्रों को प्रेरणा देगी।