'पीएमसीएच बचाओ' की मांग के साथ जेवीएम का एक दिवसीय अनशन Dhanbad News
पीएमसीएच में फैले बदइंतजामी व भ्रष्टाचार के खिलाफ जेवीएम ने एक दिवसीय अनशन का आयोजन किया। साथ ही पीएमसीएच को बचाने की प्रशासन से मांग की।
धनबाद, जेएनएन। तमाम कोशिशों के बाद भी शहर के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच की स्थिति में सुधार होते नहीं दिख रहा है। अस्पताल में पसरी बदइंतजामी व भ्रष्टाचार के खिलाफ जेवीएम (झारखंड विकास मोर्चा) ने शुक्रवार को शहर के रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय अनशन किया। साथ ही पीएमसीएच को बचाने की प्रशासन से मांग की।
जेवीएम नेता प्रदीप मोहन सहाय ने कहा कि पीएमसीएच में शहर व सूबे के अन्य हिस्से के भी लोग बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं। उन्हें यहां दर-दर भटकता पड़ता है। अस्पताल प्रशासन द्वारा यहां आने वाले मरीजों को नर्क के द्वार में ढकेलने का काम किया जा रहा है। जिला प्रशासन व प्रबंधन का पीएमसीएच में फैले भ्रष्टाचार को 'मौन समर्थन' है।
जेवीएम नेता ने अस्पताल प्रवंधन से खून की सुविधा को ऑन लाइन करने की मांग की। ताकि यहां के मरीजों को खून आसानी से मिल सके। उन्होंने कहा कि झारखंड विकास मोर्चा पीएमसीएच में सुधार लाने को प्रतिबद्ध है। अनशन के दौरान जेवीएम कार्यकर्ता गांधी जी के तस्वीर के साथ पीएमसीएच बचाओ की तख्ती लिए हुए थे।
पीएमसीएच में इलाज को घंटों बैठी रही दुष्कर्म पीड़िता : बता दें कि बुधवार को दुष्कर्म पीड़ित दो नबालिग बहनों के इलाज में उदासीनता का मामला सामने आया था। दोनों बहने अपनी मां के साथ करीब चार घंटे अस्पताल के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग के बरामदे में जमीन पर बैठी रहीं। उनका सुध लेने वाला कोई नहीं था। दोनों पीड़िताओं को रक्तस्त्राव हो रहा था। उनके कमर में भी काफी दर्द था। वे डॉक्टरों से बार-बार बोल भी रही थीं, लेकिन डॉक्टर दूसरे मरीज के इलाज में व्यस्त थे।