अब स्पीड पोस्ट और पार्सल की बुकिंग के लिए डाकघर जाने की जरूरत नहीं! आ रही ऐसी स्किम कि काम होगा आसान
प्रतिस्पर्धा के इस दौर में डाकघर भी अब अपना चेहरा बदल रहा है। डाकघर ने पहले बैंकों की तर्ज पर काम शुरू किया। अब कामन सर्विस सेंटर खोले जाने की कवायद शुरू कर दी है। आने वाले समय में सभी डाकघरों में यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: प्रतिस्पर्धा के इस दौर में डाकघर भी अब अपना चेहरा बदल रहा है। डाकघर ने पहले बैंकों की तर्ज पर काम शुरू किया। अब कामन सर्विस सेंटर खोले जाने की कवायद शुरू कर दी है। आने वाले समय में सभी डाकघरों में यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
दरअसल डिजिटल इंडिया मिशन के तहत आम लोगों तक ई-सर्विस पहुंचाने के लिहाज से डाकघर ने इसकी शुरुआत की है। इस नई सेवा का उद्देश्य है कि लोगों को खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उनके ही क्षेत्र में आवश्यक सेवाओं की सुविधा मिल सके। प्रधान डाकघर के वरीय डाकपाल राजू कुमार विद ने बताया कि कामन सर्विस सेंटर के तहत कामन सर्विस सेंटर के ग्राम स्तरीय उद्यमी अपने क्षेत्रों में स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पार्सल की बुकिंग करेंगे। इसके लिए कामन सर्विस सेंटर के सेंट्रलाइज डिस्टल सेवा पोर्टल का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि लोगों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।
सीएससी में ही बुक होंगे स्पीड पोस्ट
इस व्यवस्था के तहत गांवों में स्थित सीएससी में ही स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पार्सल की बुकिंग करेंगे। बुकिंग के बाद स्पीड पोस्ट और पार्सल को नजदीक के डाक कार्यालय में कॉमन सर्विस सेंटर के ग्रामीण उद्यमी ही पहुंचाएंगे। इससे दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्पीड पोस्ट और पार्सल बुक कराने के लिए दूरदराज के कस्बों और शहरों में जाने की जरूरत नहीं रहेगी।
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को होगा लाभ
कामन सर्विस सेंटर सेवा से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में डाक विभाग का कारोबार भी बढ़ेगा। लोगों को पार्सल और स्पीड पोस्ट बुक कराने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों तक जाने की जरूरत नहीं रहेगी। इससे ग्राम स्तर पर कामन सर्विस सेंटर चलाने वाले उद्यमियों को भी आय का एक नया माध्यम हासिल होगा। जबकि इनके माध्यम से बुक होने वाले अतिरिक्त पार्सल और स्पीड पोस्ट के रूप में डाक विभाग की आय भी बढ़ेगी।
सेल्फ हेल्प ग्रुप को भी मिलेगी गति
इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह और सूक्ष्म-लघु-मध्यम उद्योगों को भी गति मिलेगी। वह अपने सामान को विभिन्न प्लेटफार्म पर इसके माध्यम से बेचने की प्रक्रिया को गति दे पाएंगे। इस योजना में डाक मित्र सेवकों की भूमिका काफी अहम होगी।