राज्य में प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए शून्य से पांच तक होगी उद्योगों की स्टार रेटिंग
प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए बोर्ड ने उद्योगों की स्टार रेटिंग का फैसला लिया है। शून्य से लेकर पांच अंक तक स्टार रेटिंग के लिए निर्धारित है। इस आधार पर उद्योगों की सूची तैयार होगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए बोर्ड ने उद्योगों की स्टार रेटिंग का फैसला लिया है। शून्य से लेकर पांच अंक तक स्टार रेटिंग के लिए निर्धारित है। इस आधार पर राज्य भर के उद्योगों की सूची तैयार होगी, जिसमें खराब और अच्छे उद्योगों को वर्गीकृत किया जाएगा। यह बातें राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन एके रस्तोगी ने मंगलवार को इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स सभागार में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं।
रस्तोगी ने बताया कि पांच जून 2020 को सबसे कम प्रदूषण करने वाले उद्योगों को बोर्ड की ओर से सम्मानित किया जाएगा। ऐसे उद्योग को फीस में भी छूट दी जाएगी। उद्योगों के अलावा अस्पताल, पैथलैब एवं नर्सिंग होम से निकलने वाले बायो मेडिकल कचरे का क्यूआर कोड आधारित निगरानी व्यवस्था बनायी गई है। यह कार्य आगामी एक अप्रैल से राज्य में शुरू कर दिया जाएगा। अस्पतालों को प्रति बेड प्रति वर्ष 7.5 रूपये बोर्ड को जमा कराने होंगे। फ्लाई ऐश की मॉनिटरिंग बोर्ड स्तर से शुरू कर दी गई है। ई-कचरा को रीसाइकिल करने को लेकर कोई प्लांट लगाना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
इसके अलावा कोलियरियों की साइडिंग में जहां कोयला लोडिंग का काम किया जा रहा है, वहां ऑनलाइन एनालाइजर लगाया जाएगा। जो सीधे बोर्ड की वेबसाइट से कनेक्ट होगा। ताकि प्रदूषण स्तर की निगरानी की जा सके। उद्योगों की कैपसिटी बिल्डिंग के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के साथ एमओयू किया गया है। रस्तोगी ने बताया कि प्रदूषण के कारण लोगों की उम्र पांच साल कम हो गई है। ऐसे में यह चिंताजनक विषय है। इसपर सभी को मिलकर काम करना होगा। इस बैठक में चेंबर, उद्योगपति, बीसीसीएल समेत तमाम संबंधित लोग उपस्थित थे।