Cyber criminal: इनकी चोर बुद्धि का तोड़ नहीं, अब CBSE Board की परीक्षा में अच्छे अंक दिलवाने के नाम पर हो गए शुरू
साइबर अपराधियों की नजर छात्र-छात्राओं पर है। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर पैसे मांग रहे हैं। देवघर के कई छात्रों के अभिभावकों को ऐसे ही कॉल आए।
देवघर, जेएनएन। झारखंड का जामताड़ा जिला देश भर में साइबर अपराध के लिए कुख्यात-विख्यात है। यहां के आस-पास के जिलों में भी साइबर अपराध का गंदा-धंधा चल पड़ा है। इनकी चोर बुद्धि का जब तक पुलिस तोड़ निकालती और आम ठगी को समझ पाते हैं तब तक ये नई तरकीब के साथ शुरू हो जाते हैं। अब सीबीएसई 10वीं और 12वीं का परिक्षा परिणाम अगले कुछ महीनों में जारी होंगे। इससे पहले ही इसे माैके को अवसर के रूप भुनाने में साइबर अपराधी जुट गए हैं। परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर अपना धंधा शुरू कर दिया है।
रिजल्ट तैयार हो रहा है, बस कुछ खर्च करना पड़ेगा
साइबर अपराधियों की नजर छात्र-छात्राओं पर है। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर पैसे मांग रहे हैं। देवघर के कई छात्रों के अभिभावकों को ऐसे ही कॉल आए जिसमें रिजल्ट दुरुस्त कराने के नाम पर पैसे मांगे गए। शनिवार को करनीबाग ज्योति नगर के भरत झा के पास फोन आया। दूसरी तरफ से कहा गया- आपके बेटे का नाम यश है क्या। उसने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा दी है। विज्ञान छोड़ अन्य विषय में नंबर ठीक है। रिजल्ट तैयार हो रहा है। विज्ञान में जो कसर रह गई है उसे दुरुस्त करवा सकते हैं। बस कुछ खर्च करना पड़ेगा।
8-10 छात्रों को आया फोन कॉल
भरत को हैरानी हुई कि उस शख्स के पास इतनी जानकारी कैसे पहुंची। उन्होंने डीएसवी स्कूल के शिक्षक से संपर्क किया। पता चला कि स्कूल के 8-10 अन्य छात्रों को भी ऐसा ही फोन आया है। शिक्षक ने उस नंबर पर कॉल किया तो फोन उठा लिया गया। जब नंबर बढ़ाने के तरीके के बारे में पूछा तो फोन कट गया। बाद में भी भरत ने कई बार बात करनी चाही, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। भरत ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए।
रकम जमा कराने को दिया अकाउंट नंबर
कॉल करने वाले ने स्कूल के एक अन्य छात्र वैभव वत्स से बात की। उसे एक बैंक अकाउंट नंबर दिया जो एसबीआइ की रांची शाखा का है। खाताधारक का नाम मनोरंजन नाथ है। वैभव से कहा गया कि एक विषय में नंबर कम है। रिजल्ट ठीक करवाना है तो दिए गए खाता में पैसा जमा कराए। काम हो जाएगा। छात्र को कुछ विषय के नंबर भी बताए। अपने एक साथी को सीबीएसई का अधिकारी बताकर उससे बात कराई। छात्र ने सारी बात को रिकॉर्ड किया। कहा- अभी पापा सो रहे हैं, बाद में बात कर लें।
ये गंभीर मामला है। जांच की जाएगी। अगर कोई ऐसा फोन आता है तो अभिभावक पुलिस को तुरंत सूचित करें।
-नेहा बाला, डीएसपी, साइबर सेल
नंबर बढ़वाने जैसी कोई कॉल अभिभावक या छात्र को आए तो वे झांसे में न आएं। यह साइबर अपराधी का फोन हो सकता है।
-संजय कुमार मिश्रा, प्राचार्य डीएवी स्कूल, देवघर