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Dumka Bylection: शुक्रवार के शुरू होगा नामांकन, मुख्यमंत्री के सामने भाई को चुनाव जीताकर प्रतिष्ठा बचाने की चुनाैती

झामुमो के इस गढ़ दुमका में पहली बार 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी डॉ.लुईस मरांडी ने झामुमो के हेमंत सोरेन को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थीं। तब हेमंत सूबे के सीएम भी थे। हालांकि इस चुनाव में जीत-हार का फासला 5262 मत ही था।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 06:47 PM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2020 06:47 PM (IST)
Dumka Bylection: शुक्रवार के शुरू होगा नामांकन, मुख्यमंत्री के सामने भाई को चुनाव जीताकर प्रतिष्ठा बचाने की चुनाैती
दुमका विधानसभा उपचुनाव में झामुमो ने बसंत सोरेन को प्रत्याशी बनाया है।

दुमका [ राजीव ]। दुमका विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार से प्रारंभ हो जाएगी। मतदान तीन नवंबर को होना है। संभव है उपचुनाव में प्रत्याशियों की संख्या नौ माह पूर्व दिसंबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव से कम हो लेकिन मुकाबला दिलचस्प होना तय है। यह भी तय है कि चुनाव में झामुमो और भाजपा के बीच ही सीधी टक्कर होगी। झामुमो की तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन प्रत्याशी हैं। भाजपा ने अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं है। पूर्व मंत्री लुइस मरांडी के नाम की चर्चा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने अपने भाई को चुनाव जीताकर प्रतिष्ठा बचाने की चुनाैती है। 

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मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन को दुमका में मिली थी हार

उपचुनाव में झामुमो के समक्ष जहां पिछले विधानसभा चुनाव में मिली जीत के फासले को बरकरार रखने की चुनौती होगी तो भाजपा के लिए इस अंतर को पाट कर आगे निकलने के लिए एकजुटता दिखानी होगी। इससे इतर वर्ष 2014 एवं 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखा जाए तो दुमका विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने चौंकाने वाले फैसले दिए हैं। जबकि इससे पूर्व तक दुमका सीट पर झामुमो का एकछत्र राज था। झामुमो की जमीनी पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाई जा सकती है कि लगातार तीन दशक तक झामुमो के नेता प्रो.स्टीफन मरांडी यहां से विधायक रहे। इसके बाद इस सीट पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के पुत्र हेमंत सोरेन चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। लेकिन झामुमो के इस गढ़ में पहली बार 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी डॉ.लुईस मरांडी ने झामुमो के हेमंत सोरेन को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थीं। तब हेमंत सूबे के सीएम भी थे। हालांकि इस चुनाव में जीत-हार का फासला 5262 मत ही था। इसी जीत की वजह से डॉ.लुइस सीधे फर्श से अर्श तक पहुंचीं और मंत्री बनने का भी सौभाग्य हासिल हुआ।

2019 में भाजपा जीत बरकरार रखने में विफल रही

2014 में हेमंत सोरेन को पराजित करने के बाद भाजपा इस जीत को बरकरार रख पाने में विफल रही और वर्ष 2019 के चुनाव में मंत्री रहते प्रो.लुईस मरांडी को हराकर हेमंत ने हार का बदला चुकता कर दिया। हेमंत ने इस सीट को 13188 मतों के बड़े अंतर से जीतकर झामुमो की बुनियाद को एक बार फिर से पुख्ता कर दिया। चूंकि वर्ष 2019 के चुनाव में हेमंत दुमका के अलावा बरहेट विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे इसलिए बाद में उन्होंने दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया और अब दोबारा दुमका में उपचुनाव होने जा रहा है।

     वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव का परिणाम

  • पार्टी         प्रत्याशी       मत
  • झामुमो - हेमंत सोरेन - 81,007
  • भाजपा - डॉ.लुइस मरांडी- 67,819
  • जेवीएम - अंजुला मुर्मू - 3,156
  • जदयू - मार्शल ऋषिराज टुडू- 2409
  • निर्दलीय - रामचरण सिंह - 1524
  • निर्दलीय - संजय टुडू - 1124
  • निर्दलीय - सिरिल किस्कू - 1026
  • सीपीआइ - अविनाश टुडू - 918
  • बीएसपी - मुकेश कुमार - 721
  • एलजेपी - मोहरिल मुर्मू - 715
  • आप - मीरू हांसदा - 416
  • नोटा - ---- - 2 267
  • जीत-हार का अंतर - 13,188

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