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DMC Ward 5 Scan : पांच साल में जलसंकट, विस्थापन व पुनर्वास की समस्या का नहीं निकला हल

धनबाद-कतरास मुख्य मार्ग से गजलीटांड़ तक सड़क की स्थिति जर्जर है। कहीं-कहीं आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से ओबी गिरा कर सड़क बनाया गया है। जिस पर चलना मुश्किल हो जाता है।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 06:36 PM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 06:36 PM (IST)
DMC Ward 5 Scan : पांच साल में जलसंकट, विस्थापन व पुनर्वास की समस्या का नहीं निकला हल
DMC Ward 5 Scan : पांच साल में जलसंकट, विस्थापन व पुनर्वास की समस्या का नहीं निकला हल

कतरास, जेएनएन। Dhanbad Municipa  Corporation (DMC) के Ward 5 के लोगों को विस्थापन, प्रदूषण के साथ पानी, सफाई व जर्जर सड़क की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इलाके का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया। इस वार्ड के लिलटेन अंगापथरा में 24 नवंबर 2014 की मध्य रात्रि में अचानक जमीन व घरों में दरार पड़ी थी। लोगों ने आनन-फानन में सामान, परिवार के सदस्यों तथा मवेशियों को तो हटा लिया था। बाद मेें जमीन के अंदर से आग व गैस का रिसाव होने लगा। प्रभावितों को अंगारथरा बालू बैंकर स्थित इमामबाड़ा के समीप अस्थायी तौर पर बसाया तो गया लेकिन आज तक उन्हें सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है।

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वॉर्ड 5 के मोहल्ले- छाताबाद, लकड़का बस्ती, लकड़का धौड़ा, कटहल धौड़ा, गजलीटांड़, लिलटेन अंगारपथरा, नेशनल अंगापथरा, यूनियन अंगारपथरा, खास अंगारपथरा, अंगारपथरा रेलवे हॉल्ट स्थित मोहल्ला,  छपरियाटांड़ा, कलाली पट्टी मुख्य हैं। 

बदहाल सड़केंः धनबाद-कतरास मुख्य मार्ग से गजलीटांड़ तक सड़क की स्थिति जर्जर है। कहीं-कहीं आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से ओबी गिरा कर सड़क बनाया गया है। जिस पर चलना मुश्किल हो जाता है।

जल संकट: वॉर्ड में जल संकट का स्थायी समाधान नहीं हो पाया है। झमाडा के पाइप में छेद कर लोग पानी भरते हैं। नहाने -धोने के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्मी के दिनों में जलसंकट गहरा जाता है। लोग कतरी नदी का सहारा लेते हैं। लकड़का बस्ती, लकड़का चार नंबर, छाताबाद पांच नंबर के लोगों को चैतुडीह के बंद खदान से पिट वाटर की आपूर्ति की जाती है। वहां के लोग पानी खरीद कर पीते हैं।

पर्यावरण : पर्यावरण संरक्षण के लिए बीसीसीएल की ओर से गजलीटांड़, यूनियन अंगारपथरा में पौधरोपण किया गया था, लेकिन समुचित देखभाल व अग्नि प्रभावित इलाका होने के कारण कई जगहों पर पौधे समय से पहले मर गए। इससे इलाके के लोग प्रदूषण की मार से परेशान हैं। अग्नि प्रभावित इलाके में लोगों का जीना मुहाल है। सड़कों पर वाहनों के परिचालन के दौरान धूल से पूरा वायुमंडल प्रदूषित हो जाता है। 

जनता की सुनिए 

पानी के लिए काफी परेशानी होती है। नहाने-धोने के लिए बगल के कुएं से पानी लाना पड़ता है, लेकिन पीने का पानी खरीदना पड़ता है। पार्षद से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान अभी तक नहीं हुआ है।

-संतोष भुइयां, लकड़का लोडिंग धौड़ा

मुहल्ले की सफाई कभी-कभी हो जाती है। नाली की सफाई नहीं हो रही है। सबसे बड़ी समस्या पानी की है। इस संबंध में आंदोलन भी हुआ पर कोई फायदा नहीं मिला।

-मो. शमीम, लकड़का चार नंबर 

नगर निगम बनने से कोई फायदा नहीं हुआ। पानी, प्रदूषण के अलावा बेराजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं। किसी को भी हमारी समस्या से लेना देना नहीं है। 

-प्रकाश यादव, लकड़का पांच नंबर 

हमारे सामने प्रदूषण तथा विस्थापन की समस्या सबसे बड़ी है। बीसीसीएल प्रबंधन हमलोगों को स्थाई रूप से कहीं सुरक्षित इलाके में बसा दें। ताकि चैन से रह सके। बगल में ब्लाङ्क्षस्टग होने से हर समय डर बना रहता है।

-मेघनाथ रवानी, कलाली पट्टी अंगारपथरा 

मूलभूत समस्याओं को अगर छोड़ दिया जाए, तो सबसे बड़ी समस्या पुनर्वास की है। इस दिशा में किसी भी जनप्रतिनिधियों ने आज तक सुध नहीं ली है। जब सुरक्षित ही नहीं रहेंगे तो फिर चबूतरा, नाली व पानी लेकर हमलोग क्या करेंगे। 

-विष्णु राम भुइयां, छपिरयाटांड़ 

जिसके लिए नगर निगम गठित किया गया वह नहीं दिख रहा है। आज जनता को जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र सही समय पर नहीं बनता है। हमलोगों को कब हटा दिया जाएगा कोई नहीं जानता है। विस्थापन की समस्या सबसे गंभीर है। 

-राम खेलावन रविदास, अंगारपथरा नया धौड़ा


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