सिंह मेंशन व रघुकुल समर्थकों के बीच वर्चस्व को लेकर विवाद में आउटसोर्सिंग प्रबंधक पर हुआ जानलेवा हमला, 2 दिन बाद भी नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी Dhanbad News
आरके ट्रांसपोर्ट एना आउटसोर्सिंग परियोजना के प्रबंधक रवि अग्रवाल पर जानलेवा हमला का प्रयास करने के मामले में झरिया थाना की पुलिस ने 24 घंटे बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया है। इससे एना प्रबंधक सहित कर्मियों में पुलिस के प्रति नाराजगी है।
धनबाद, जेएनएन। आरके ट्रांसपोर्ट एना आउटसोर्सिंग परियोजना के प्रबंधक रवि अग्रवाल पर जानलेवा हमला का प्रयास करने के मामले में झरिया थाना की पुलिस ने दो दिन बाद भी मामला दर्ज नहीं किया है। इससे एना प्रबंधक सहित कर्मियों में पुलिस के प्रति नाराजगी है। पुलिस जांच के बाद ही मामला दर्ज करने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रही है। मामले में बुधवार को बस्ताकोला से हिरासत में लिए गए तीन लोगों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
इधर, एना परियोजना के कर्मियों का कहना है कि मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया तो यहां अनहोनी घटना हो सकती है। मालूम हो कि जब-जब परियोजना में सिंह मेंशन व रघुकुल समर्थकों के बीच वर्चस्व को लेकर विवाद बढ़ा है, तब सहनगर दो नंबर भूली क्वार्टर के पास ही आउटसोर्सिंग प्रबंधक व कर्मियों पर जानलेवा हमला व मारपीट की घटना हुई है। इसको लेकर एना परियोजना के प्रबंधक और कर्मियों में डर का महौल है। उनका कहना है कि पुलिस इस मामले में जल्द प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
बता दें कि 20 नवंबर 2013 को एना डेको आउटसोर्सिंग परियोजना में वर्चस्व को लेकर दोनों समर्थकों के बीच भिड़ंत हुई थी। कुछ घंटे बाद एना कैंप से जा रहे डेको के प्रबंधक वाइके सिंह पर लोगों ने जानलेवा हमला सिंहनगर भूली दो नंबर के पास किया गया था। उस समय जख्मी प्रबंधक ने झरिया थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। 2019 में एना आरके आउटसोर्सिंग के माइनिंग सरदार सतपाल को भी इसी जगह पर अज्ञात लोगों पीटकर जख्मी किया था। 28 अक्टूबर 2020 को एना आरके ट्रांसपोर्ट के प्रबंधक पर भी इसी जगह जानलेवा हमले का प्रयास किया गया।