HMIS Report : यहां बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान फेल; तेजी से घटी नवजात बेटियों की संख्या Dhanbad News
HMIS की ताजा रिपोर्ट के अनुसार नवजात लिंगानुपात में बोकारो 5वें और धनबाद 6वें स्थान पर है। बोकारो व धनबाद की स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में और खराब हुई है।
धनबाद, जेएनएन। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के बावजूद बोकारो व धनबाद में नवजात लिंगानुपात तेजी से नीचे गिर रहा है। भारत सरकार की हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम की मानें को झारखंड में सबसे खराब स्थिति कोडरमा की है। यहां 1000 नवजात लड़कों की तुलना मात्र 812 लड़कियों का जन्म हो रहा है। वहीं, बोकारो में 893 व धनबाद में 896 नवजात लड़कियों का जन्म हुआ हैं। यह आंकड़े वित्तीय वर्ष 2019-20 (अगस्त) तक के हैं।
बोकारो व धनबाद की स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में और खराब हुई है। हालांकि धनबाद के पड़ोसी जिला गिरिडीह में स्थिति थोड़ी सुधरी है। यहां नवजात लिंगानुपात 886 पर पहुंच गया है। पिछले वर्ष 879 था। वहीं, एचएमआइएस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बोकारो पांचवें और धनबाद छठे स्थान पर है।
पीसी-पीएनडीसी एक्ट का नहीं हो रहा पालन
पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसी-पीएनडीटी) का सही से पालन नहीं होना इसकी बड़ी वजह बतायी जा रही है। एक्ट के लिए सरकार को सहयोग कर रही प्लान इंडिया के युवा कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर निशीत कुमार सिंह ने कहा कि तमाम कोशिशों के बावजूद जिलों में एक्ट का उल्लंघन हो रहा है। इसके लिए प्रभावी तरीके से कार्यक्रम करने की आवश्यकता है।
छह जिले जहां तेजी से घट रही संख्या
- जिला - लिंगानुपात
- कोडरमा - 812
- देवघर - 852
- हजारीबाग/गढ़वा - 879
- गिरिडीह - 886
- बोकारो - 893
- धनबाद - 896