राहगीरों के लिए रेलवे ने खोला नया पुल, धनबाद स्टेशन से होगा कनेक्ट
इस पुल पर शहर की बड़ी आबादी निर्भर है। स्टेशन से पुराना बाजार बैंक मोड़ गांधी नगर जोड़ा फाटक समेत आसपास के हजारों लोग इससे गुजरते हैं। जर्जर पुल से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद रेलवे स्टेशन का तकरीबन 60 साल पुराना पुल सोमवार से इतिहास बन गया। जर्जर हो चुके पुल को रेलवे ने स्थायी तौर पर बंद कर दिया है। इसके साथ ही 60 फुट चौड़ा नया ओवरब्रिज आम लोगों के लिए खोल दिया गया। अभी इस ब्रिज से सिर्फ राहगीर ही जा सकेंगे, बाद में इसे स्टेशन से भी जोड़ दिया जाएगा।
इस पुल पर शहर की बड़ी आबादी निर्भर है। स्टेशन से पुराना बाजार, बैंक मोड़, गांधी नगर, जोड़ा फाटक समेत आसपास के हजारों लोग इससे गुजरते हैं। जर्जर पुल से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। इसके धंस जाने का डर बना हुआ था। बता दें कि दैनिक जागरण ने आम आदमी से जुड़े इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। खबर छपने के बाद डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा ने पिछले हफ्ते ब्रिज की मौजूदा स्थिति देखकर सोमवार से नए ब्रिज को चालू करने की बात कही थी। खबर रंग लाई और ब्रिज खोल दिया गया।
अभी सिर्फ राहगीरों के लिए खुला पुलः रेलवे के बाहरी फुट ओवरब्रिज से रोजाना तकरीबन 10 हजार लोगों की आवाजाही होती है। इसी वजह से नये पुल को अभी सिर्फ राहगीरों के लिए खोला गया है।
स्टेशन से कनेक्ट होगा ब्रिज, प्लेटफॉर्म के लिए बनेंगी सीढिय़ां: नये फुट ओवरब्रिज की चौड़ाई 60 फीट है। इसेदोहरी सुविधायुक्त बनाया गया है, यानी राहगीरों के साथ-साथ यात्री भी इसका उपयोग कर सकेंगे। बीच में डिवाइडर लगाकर पुल को दो हिस्से में बांट दिया जाएगा। 20 फीट राहगीरों के लिए और 40 फीट यात्रियों के लिए होगा। यात्रियों को सभी प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने के लिए सीढिय़ों का भी निर्माण होगा।
रेलवे का पुल काफी पुराना हो चुका था। उसके ऊपर से गुजरने के दौरान डर सा महसूस होता था। हमेशा हादसे की संभावना बनी रहती थी। नये ओवरब्रिज के चालू हो जाने से हजारों लोगों को राहत मिली है।
- सुनंदा पांडेय, मनईटांड़
रेलवे स्टेशन के दूसरे छोर पर रहने के कारण मेरे पूरे परिवार को रोज ही जर्जर पुल से आना-जाना पड़ रहा था। पुल से गुजरने के दौरान डर लगता था। नये पुल को चालू कर रेलवे ने बहुत बड़ी राहत दे दी है।
- बेबी सिंह, न्यू स्टेशन कॉलोनी