हर दिन, हर घंटे के प्लान से करें नीट की तैयारी
छह मई को देशभर के मेडिकल संस्थानों में एडमिशन के लिए नेशनल एलीजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) का आयोजन होने जा रहा है। परीक्षा में मात्र दस दिन शेष हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद: छह मई को देशभर के मेडिकल संस्थानों में एडमिशन के लिए नेशनल एलीजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) का आयोजन होने जा रहा है। परीक्षा में मात्र दस दिन शेष हैं। हर दिन हर घंटे का प्लान करके तैयारी करें। नीट में 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। 180वें प्रश्न तक कोशिश जारी रखें। हार न मानें और अपने आत्मविश्वास को भी कमजोर न होने दें। टार्गेट स्टडी करें और रिलेक्स होकर बचे हुए समय में पढ़ाई करें। कुछ इसी अंदाज में दैनिक जागरण के कार्यक्रम 'प्रश्न पहर' में नीट की परीक्षा देने जा रहे छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब मेडिकल की तैयारी करानेवाली संस्था गोल के निदेशक संजय आनंद ने दिए। अधिकतर छात्र परीक्षा के कम समय को लेकर चिंतित दिखे। इस पर संजय आनंद ने स्प्ष्ट किया कि आप यह जान लें कि किसके लिए पढ़ रहे हैं, सकारात्मक सोच के साथ तैयारी करते रहें। मेडिकल में नो चांस लिमिट है, इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस अपना बेस्ट देने का प्रयास जारी रखें। आइए जानते हैं नीट से संबंधित महत्वपूर्ण बातें जो छात्रों के लिए बेहद जरूरी है।
कम समय में इन टॉपिक्स पर करें फोकस
- फिजिक्स: मॉडर्न फिजिक्स, करेंट, इलेक्ट्रोस्टेट, थर्मोडायनमिक्स, ऑप्टिक्स।
- बायोलॉजी : प्लांट एंड एनिमल फिजियोलॉजी, जेनेटिक्स, रिप्रोडक्शन, इकोलॉजी एवं इवैल्यूशंस।
- केमिस्ट्री: पॉलीमर, केमेस्ट्री एंड एवरी डे लाइफ, नेम्ड रिएक्शन, फिजिकल फॉर्मूला, पेरिऑडिक टेबल, केमिकल बाउंडिंग, एटॉमिक्स स्ट्रक्चर, बी-ब्लॉक।
इन बातों का रखें ध्यान
- नकारात्मक सोच न रखें, सकारात्मक भाव से कम समय का सदुपयोग करें।
- डॉक्टर बनना यानी धैर्य रखना है, नो चांस लिमिट का फायदा उठाएं।
- दस दिन अपने हिसाब से पढ़ें, जो टॉपिक अधिक समझ आता है उसे समय दें।
- जिस टॉपिक पर कमांड है, उसपर अधिक समय दें।
- पहले बायोलॉजी, फिर रसायन और बाद में भौतिकी को तरजीह दें।
- तीनों विषय मिलाकर 50 फीसद प्रश्न अकेले बायोलॉजी से आएंगे।
- बायो में 90 और रसायन व भौतिक में 45-45 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- बचे हुए समय में तकनीकी स्टडी की जरूरत है। हार्ड नहीं स्मार्ट स्टडी करें।
- पढ़ाई के दौरान जो प्रश्न मिस कर दिया है उस पर दुबारा ध्यान दें।
- दिमाग शांत रखने के लिए योग करें, आत्मविश्वास बनाए रखें।
- परीक्षा खत्म होने के बाद भी तैयारी जारी रखें, क्योंकि आगे एम्स की परीक्षा है।
- नीट में 55-60 फीसद प्रश्न 12वीं और 40-45 फीसद प्रश्न 11वीं से पूछे जाएंगे।
- ऐसे टॉपिक बिल्कुल न पढ़ें जो टाइम ब्रेकर हो।
- अभी तक यदि कोई महत्वपूर्ण टॉपिक नहीं पढ़ा है तो उसे छोड़ दें, व्यर्थ में दूसरा आसान टॉपिक भी हाथ से निकल जाएगा।
- अपना समय और शक्ति ऐसे टॉपिक पर दें, जहां से आउटपुट निकले।
फैक्ट फाइल
- नीट में 8000 ऑल इंडिया रैंक आने पर मिल सकेगा एमबीबीएस।
- नीट के जरिए सरकारी-निजी कॉलेज में मेडिकल सीट : 65130
- डेंटल की कुल सीट : 25170
- सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की सीट : लगभग 24000
- सरकारी कॉलेज में डेंटल की सीट : लगभग 2000
- झारखंड में सामान्य के लिए संभावित कटऑफ : 65
- ऑल इंडिया रैंक का संभावित कटऑफ : 75