तीन फीट दूर से नीरज सिंह को मारी गई थीं 34 गोलियां, अधिकतर हो गई थीं आरपार
Neeraj singh murder case. पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में गुरुवार को शवों का पोस्टमार्टम करनेवाले डॉ. जक्का श्रीनिवास राव ने अपना बयान दर्ज कराया।
विधि संवाददाता, धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में गुरुवार को शवों का पोस्टमार्टम करनेवाले डॉ. जक्का श्रीनिवास राव (प्रोफेसर, फोरेंसिक मेडीसीन, पीएमसीएच) ने अपना बयान दर्ज कराया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे की अदालत में 8.30 बजे से डॉक्टर की गवाही शुरू हुई जो 11.30 बजे तक चली।
डीसी के आदेश पर मेडीकल बोर्ड ने किया था पोस्टमार्टम : अदालत से प्राप्त डॉक्टर के बयान की सच्ची प्रतिलिपि के मुताबिक कोर्ट को दिए बयान में डॉ. राव ने कहा कि उपायुक्त के आदेश पर 21 मार्च 2017 की रात 11. 35 बजे मेडिकल बोर्ड का गठन हुआ था। मेडिकल बोर्ड में उनके अलावा 4 डॉक्टर थे। टीम द्वारा नीरज सिंह, अशोक यादव, घोल्टू महतो और मुन्ना तिवारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया था।
नीरज के शरीर से निकली थीं 17 गोलियां: डॉक्टर ने बयान में कहा कि नीरज सिंह के शरीर में 34 गोलियों के जख्म थे। जख्म सिर, आंख, गला, गर्दन, छाती ,पेट, पीठ ,हाथ, पैर में थे। सभी हिस्सों में गोलियां लगी थी जिनके कारण जख्म हुए थे। अधिकांश जख्म 1/4 इंच के थे। चेहरे के बीच में 2 इंच का गहरा जख्म था। छाती के दाहिनी ओर मसल्स में फंसे तीन गोलियों को निकाला गया था वहीं पूरे शरीर से 17 गोलियां निकाली गई थी। मौत शरीर के संवेदनशील अंगों में गोली लगने के कारण हुई थी।
अशोक यादव के शरीर पर थे सात जख्म, निकाली गई थी दो गोलियां: डॉ. राव ने कहा कि अशोक यादव के शरीर पर सात गोलियों के जख्म के निशान पाए गए थे। वहीं उनके शरीर से दो गोलियां निकाली गई थी।
घोल्टू महतो को थे 18 जख्म, निकाली गई थीं तीन गोलियां: डॉक्टर ने बताया कि ड्राइवर घोल्टू महतो उर्फ चंद्रप्रकाश महतो के शरीर पर 18 गोलियों के जख्म पाये गये थे। घोल्टू के शरीर से तीन गोलियां निकाली गयी थी।
मुन्ना तिवारी के शरीर पर थे सात गोलियों के जख्म, निकाली गई थी दो गोली: डॉक्टर ने बयान में कहा कि मुन्ना तिवारी के शरीर पर सात गोली लगने के जख्म थे। जख्म छाती, केहुनी व अन्य हिस्सों में थे। उसके शरीर से कुल दो गोलियां निकाली गयी थी।
बचाव पक्ष ने पूछे तीन सवाल: अदालत में डॉ. राव से बचाव पक्ष के वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी, मदन मोहन दरिप्पा, देवी शरण सिन्हा, मो. जावेद, पंकज प्रसाद, कुमार मनीष, जया कुमार, केके तिवारी ने 15 मिनट तक सवाल किए। इस दौरान अधिवक्ताओं ने तीन सवाल पूछे।
शुक्रवार को भी हो रही सुनवाई: अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 5 अप्रैल की तारीख निर्धारित की थी। शुक्रवार को डॉक्टर का प्रतिपरीक्षण बचाव पक्ष द्वारा किया जा रहा है। मामले के अभियोजक ओम प्रकाश तिवारी द्वारा सोलह तारीखों में अभी तक 23 लोगों की गवाही करायी जा चुकी है।
अभिषेक पहुंचे कोर्ट: सुबह 7. 30 बजे निजी व सरकारी अंगरक्षकों के सुरक्षा घेरे में कांड के सूचक सह नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह अपने अधिवक्ता एसएन मुखर्जी, रजनी मुखर्जी के साथ कोर्ट पहुंचे थे।
कड़ी सुरक्षा में संजीव की पेशी: जेल प्रशासन ने कांड के आरोपित विधायक संजीव सिंह, डबलू मिश्रा, धनजी सिंह, पिंटू सिंह, संजय सिंह, विनोद सिंह, अमन सिंह, सागर उर्फ शिबू, रोहित उर्फ चंदन उर्फ सतीश, कुरबान अली उर्फ सोनू व पंकज को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में 8.30 बजे कोर्ट में पेश किया। सुरक्षा के लिहाज से पूरे कोर्ट परिसर के चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी।
पीला था ड्रेस कोड: गुरुवार को विधायक समेत चार लोगों ने पीली टीशर्ट पहन रखी थी। पहले लाल, गुलाबी और सफेद टी शर्ट पहन कर विधायक व अन्य आरोपित अदालत में उपस्थित हुए थे।
सरेआम हुई थी हत्या: 21 मार्च 2017 की संध्या 7 बजे पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की स्टील गेट के समीप गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह ड्राइवर घोल्टू महतो के साथ आगे की सीट पर बैठे थे। पीछे की सीट पर उनका सहायक सरायढ़ेला न्यू कॉलोनी निवासी अशोक यादव और निजी अंगरक्षक मुन्ना तिवारी बैठे थे। स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर गाड़ी की रफ्तार कम होते ही हमलावरों ने उनकी कार पर गोलियों की बरसात कर दी थी। हमले में नीरज सिंह के साथ गाड़ी में सवार अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और ड्राइवर घोल्टू महतो की मौके पर ही मौत हो गई थी।