Move to Jagran APP

ACB ने रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को दबोचा, पूछताछ के बाद दोनों को भेजा जेल Dhanbad News

जरमुने पश्चिमी पंचायत के तत्कालीन मुखिया संतोष रजक पर 14 वें वित्त के दुरुपयोग के मामले में वित्तीय शक्ति जब्त कर तीन माह पहले उपमुखिया शंकर पटेल को प्रभारी मुखिया बनाया गया था।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 02:36 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 06:16 AM (IST)
ACB ने रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को दबोचा, पूछताछ के बाद दोनों को भेजा जेल Dhanbad News
ACB ने रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को दबोचा, पूछताछ के बाद दोनों को भेजा जेल Dhanbad News

गिरिडीह, जेएनएन। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की धनबाद टीम ने गुरुवार को गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के जरमुने पंचायत में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की। जरमुने पंचायत के मुखिया शंकर पटेल और पंचायत सचिव अवधेश कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद धनबाद ऑफिस में लाकर ACB ने पूछताछ की। इसके बाद जेल भेज भेज दिया। 

prime article banner

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) धनबाद की टीम ने गुरुवार को दोपहर करीब बारह बजे बगोदर प्रखंड की जरमुने पश्चिम पंचायत के प्रभारी मुखिया सह भाजपा नेता शंकर पटेल एवं पंचायत सचिव अवधेश यादव को ललित पासवान से आठ हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया। टीम दोनों को धनबाद ले गई है।  छापामारी का नेतृत्व डीएसपी अशोक कुमार गिरी, इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली, विनोद पासवान, केएन सिंह कर रहे थे।

यह है मामला

जरमुने पश्चिम पंचायत के संतरूपी गांव के निवासी ललित पासवान सड़क निर्माण कराए थे। ललित ने बताया कि 14 वें वित्त मद से संतरूपी में लाटो पासवान के घर से अर्जुन दास के घर तक पेवर ब्लॉक रोड बनाने का काम मिला था। प्राक्कलित राशि 3 लाख 65 हजार 8 सौ रुपये थी। 18 जुलाई 2019 को दो लाख का चेक मिल गया। एक दिन बाद 19 जुलाई को  एक लाख का चेक अवधेश यादव ने दिया। साथ ही कहा कि मुखिया शंकर पटेल बोले हैं कि कमीशन का 10 हजार रुपये देना होगा। अन्यथा अगली किस्त नहीं मिलेगी। उसने कहा कि इतनी रकम तो बहुत है, कुछ कम कर दो। तब बिल पास कराने के एवज में आठ हजार रुपये देने की बात तय हो गई। ये दोनों उस पर रुपये जल्द देने का दबाव बनाने लगे, जबकि वह रिश्वत देने के खिलाफ था। इसलिए शिकायत एसीबी धनबाद में की। जांच में शिकायत को सही पाया गया। तब एसीबी ने 27 मई 2020 को पंचायत सचिव अवधेश यादव व मुखिया शंकर पटेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। 

मुस्तैद थी टीम, रुपये लेते ही धर दबोचा

गुुरुवार को रिश्वत देने की बात तय हुई। ललित दोपहर में पहुंचा। दूसरी ओर सादे लिबास में एसीबी की टीम भी मुस्तैद थी। जब ललित ने मुखिया को रुपये दिए तो टीम पहुंच गई। मुखिया व उसके साथ आए पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर लिया। शंकर बगोदर के पूर्व भाजपा विधायक नागेंद्र महतो काप्रतिनिधि भी रहा है। 

मालूम हो कि जरमुने पश्चिमी पंचायत के तत्कालीन मुखिया संतोष रजक पर 14 वें वित्त के दुरुपयोग के मामले में वित्तीय शक्ति जब्त कर तीन माह पहले उपमुखिया शंकर पटेल को प्रभारी मुखिया बनाया गया था। इससे पहले जरमुने पूर्वी पंचायत मुखिया सुनीता देवी व उसके पति मिश्री पासवान को तीन साल पूर्व एसीबी टीम ने पीसीसी सड़क के निर्माण के एवज में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.