जब MS Dhoni ने अपनी गेंदबाजी के दम पर ड्रॉ कराया मैच, शतक से चूकने पर कहा- गिलास में दूध थोड़ा बच गया था
पूर्व रणजी प्लेयर मनीष वर्धन MS Dhoni के साथ कई रणजी मैच खेल चुके हैं। दोनों संयुक्त झारखंड-बिहार टीम से रणजी मैच खेलते थे।
धनबाद, [श्रवण कुमार]। MS Dhoni अपने क्रिकेट करियर के शुरुआत से ही हारी हुई बाजी को पलटने की काबिलियत रखते थे। आप ने उनको बल्लेबाजी और विकेट के पीछे से स्टंपिंग या रट आउट करके मैच का रुख बदलते हुए देखा है। धौनी को विश्व क्रिकेट के सबसे बड़ा मैच फिनिशर भी कहा जाता है। क्रिकेट के कई जानकारों का तो मानना है कि वे अगर उपर के क्रम में बल्लेबाजी करने आते तो उनके नाम और भी कई रिकार्ड दर्ज होते। उनके विकेट के पीछे की फुर्ती के भी सभी कायल हैं। कई दफा तो वे विकेट के आगे से ही बल्लेबाजों को रन आउट कर चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपने शुरुआती दिनों में माही ने अपने गेंदबाजी से भी मैच का रुख मोड़ा है।
ऐसे ही एक मैच का वाक्या याद करते हुए धनबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज सिंह ने बताया कि वर्ष 1999-2000 में हेमन ट्रॉफी अंतर जिला क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल धनबाद में हुआ था। रांची व धनबाद की टीम फाइनल में पहुंची थी। उस मैच में धौनी ने रांची के लिए तकरीबन 120 रनों की पारी खेली थी। हालांकि मैच पर धनबाद की पकड़ काफी मजबूत थी। धनबाद टीम जीत के करीब पहुंची गई थी, लेकिन तभी धौनी ने गेंदबाजी संभाली। लगातार 10 ओवर गेंदबाजी कर मैच को ड्रॉ करा दिया। फिर दोनों टीमें संयुक्त विजेता रही।
केरल के खिलाफ रणजी मैच से पहले का वाक्या : पूर्व रणजी प्लेयर मनीष वर्धन, महेंद्र सिंह धौनी के साथ कई रणजी मैच खेल चुके हैं। दोनों संयुक्त झारखंड-बिहार टीम से रणजी मैच खेलते थे। एक मजेदार घटना याद करते हुए मनीष वर्धन बताते हैं कि केरल के साथ रणजी मैच था। हम दोनों ओपनिंग बल्लेबाजी करने उतरते थे। दूसरे दिन हमलोगों का मैच था। रात नौ बजे मैं अपने रूम में दूध में हॉर्लिक्स डालकर पी रहा था। तभी दरवाजा नॉक कर धौनी अंदर आए और बोले मैं भी हॉर्लिक्स वाला दूध पिऊंगा। फिर दो गिलास हॉर्लिक्स बनाया। एक गिलास धौनी को दिया और दूसरा खुद पिया।
तो इसलिए शतक से चूक गए : मनीष बताते है कि अगले दिन मैच में हम दोनों ओपनिंग करने उतरे। उस मैच में विकेट ठीक थी और धौनी ने 96 और मैंने 94 रन की पारी खेली। आउट होने के बाद दोनों ड्रेसिंग रूम में ऐसी ही बैठे थे और कुछ बातें हो रही थी, तभी चर्चा के दौरान धौनी ने कहा कि जानते हो मनीष, हमलोग शतक से क्यों चुक गए। दरअसल, गिलास में हॉर्लिक्स वाला दूध थोड़ा बच गया था। यदि गिलास में दूध नहीं बचा होता तो आज शतक पूरा हो जाता।