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झारखंड कांग्रेस में प्रदीप यादव का बढ़ा कद, विधानसभा में पार्टी विधायक दल के बने उपनेता

झारखंड के 81 विधानसभा क्षेत्र में पोडैयाहाट सीट प्रमुख मानी जाती है। गोड्डा जिले का यह इलाका गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। 2019 में जेवीएम से चुनाव जीतने के बाद विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हुए थे।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 05:57 PM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 07:31 AM (IST)
झारखंड कांग्रेस में प्रदीप यादव का बढ़ा कद, विधानसभा में पार्टी विधायक दल के बने उपनेता
कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, गोड्डा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता के लिए पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव को नामित किया है। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है। पोडै़याहाट विधानसभा सहित गोड्डा लोकसभा की संसदीय राजनीति में बीते दो दशक से प्रदीप यादव का मजबूत दखल रहा है। इस दौरान वे एक बार सांसद और पांच बार विधायक सहित दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वह दो साल पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद से कांग्रेस उन्हें हाथो-हाथ ले रही है।

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भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी से सीखी राजनीति

प्रदीप यादव छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख चुके थे। पोड़ैयाहाट के बोहरा गांव निवासी प्रदीप यादव विज्ञान स्नातक कर पहली बार 1999 के चुनाव में पोड़ैयाहाट से भाजपा के टिकट पर विधायक बने। कालांतर में अलग झारखंड राज्य बना और वे बाबूलाल मंत्रिमंडल में पहली बार मानव संसाधन मंत्री बने। फिर 2003 में भाजपा सांसद जगदंबी प्रसाद यादव की मौत के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा ने इन्हें गोड्डा लोक सभा चुनाव में पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाया और प्रदीप यादव पहली बार सांसद भी बन गए। वहीं वर्ष 2003 में यहां हुए उपचुनाव में झामुमो के प्रशांत मंडल ने जीत हासिल की थी। प्रशांत ने भाजपा प्रत्याशी सह प्रदीप यादव के चाचा अजीत महात्मा को हराया था और विधायक बने थे।

2004 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद फिर बने विधायक

साल 2004 के आम चुनाव में प्रदीप यादव को कांग्रेस के प्रत्याशी फुरकान अंसारी से मुंहकी खानी पड़ी थी। जबकि अगले साल 2005 में हुए विधान सभा चुनाव में वे फिर से पोडैयाहाट से विधायक बन गए और अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री बने। कालांतर में प्रदीप यादव दो बार लोक सभा चुनाव लड़े और हार गए लेकिन विधान सभा चुनाव में 2005 से लेकर अबतक लगातार जीत हासिल करते रहे। कालांतर में वे बाबूलाल मरांडी के साथ भाजपा से अलग होकर जेवीएम के संस्थापक महासचिव बने।

2019 में झामुमो के टिकट पर मिली जीत

बीते 2019 के लोस चुनाव में जेवीएम के टिकट पर उन्हें भाजपा सांसद निशिकांत दुबे से लगातार तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उसी साल हुए विधान सभा में वे भाजपा प्रत्याशी गजाधर सिंह 13, 527 मतों के अंतर से पराजित कर लगातार पांचवीं बार विधायक बने। झारखंड के 81 विधानसभा क्षेत्र में पोडैयाहाट सीट प्रमुख मानी जाती है। गोड्डा जिले का यह इलाका गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। 2019 में जेवीएम से चुनाव जीतने के बाद विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हुए थे वहीं जेवीएम से चुनाव जीतने वाले बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हो गए।


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