Lockdown Pass Dispute: इरफान के वार पर अनंत का पलटवार, कहा- मनोरोगी की तरह कर रहे व्यवहार,इलाज की जरूरत
विधायक अंसारी पर सुपर सीएम का स्वांग रचने का आरोप लगाते हुए ओझा ने कहा है कि वह लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सत्ता के अहंकार में सभी नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
धनबाद/ साहिबगंज, जेएनएन। लॉकडाउन उल्लंघन और लॉकडाउन पास के सवाल पर झारखंड प्रदेश भाजपा के महामंत्री विधायक अनंत ओझा ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है-इरफान मनोरोगी जैसा व्यवहार कर रहे हैं। उन्हें अब दूसरे का इलाज करने का दावा छोड़कर अच्छे चिकित्सक से अपना इलाज करवाना चाहिए।
विधायक अनंत ओझा को लॉकडाउन पास नहीं मिलने की खबर मीडिया में आने के बाद कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी ने कहा था कि ओझा की मां की तबीयत खराब नहीं है। अगर तबीयत खराब रहती तो मैं खुद हेलीकॉप्टर से ओझा को रांची से साहिबगंज पहुंचावा देता। मीडिया में लगातार खबर आ रही है कि ओझा की मां की तबीयत खराब है। लॉकडाउन पास नहीं मिलने के कारण वह अपनी मां से मिलने के लिए रांची से अपने घर साहिबगंज नहीं जा पा रहे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी लगातार रांची से जामताड़ा आ-जा रहे हैं। इसके बाद अंसारी ने बयान दिया कि विधायक ओझा की मां की तबीयत खराब नहीं है। इस पर ओझा ने पलटवार किया है।
राजमहल के विधायक ओझा ने कहा है कि इरफान मनोरोगी जैसा व्यवहार करते हैं। हमेशा कुछ भी बयान देते रहते हैं। इस कारण उनकी पार्टी कांग्रेस के झारखंड प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह भी कार्रवाई की चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि लगातार अपने गलत कारगुजारियों को छिपाने के लिए इरफान अपने को सुपर सीएम बनने जैसा दिखाने में लगे होने का बयान देकर चर्चा में रहना चाहते हैं। दरअसल अंसारी विरासत की राजनीति करके आये है। इन्हें राजनीतिक कार्यकर्ता का संघर्ष व समर्पण का पता नहीं है। ओझा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपनी मां की अस्वस्थता का जिक्र मैंने कहा किया है ,उन्हें चुनौती देता हूं ,साबित करे। राजनीतिक कार्यकर्ता का जीवन सार्वजनिक होता है। स्वाभाविक रूप से उनके सम्बंध में किसी प्रकार की बात होने पर समाचार पत्र में आती हैं। संकट के समय मे स्थानीय चिकित्सक, कतिपय प्रशासनिक अधिकारी, व परिवार जन सहित हजारों कार्यकर्ता व क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से अब उनकी मां के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। जिस दल व परिवार से संस्कार मिला है, हमारे यहां इस प्रकार की ओछी व हल्की राजनीति का संस्कार नही मिला। हमारे परिवार की चिंता करने के लिए परिजन व संगठन के कार्यकर्ता है,जो पारिवारिक भाव से लगातार सहयोग में खड़े है। इरफान अंसारी जी ने मेरे व्यक्तिगत परेशानी को राजनीतिक स्वरूप देकर उपहास किया है ,उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री ने कहा है कि हमें तो चिंता है ,उन हज़ारों मज़दूरों की जो लगातार देश के कई राज्यों से राहत व गृह राज्य जाने की गुहार लगा रहे है। राजमहल क्षेत्र से सैकड़ों फोन खाद्यन की मांग को लेकर आ रहे हैं, जिसे अधिकारीगण से संवाद कर आंशिक समाधान कर पा रहे है। रही बात लॉकडाउन में फंसे होने के कारण क्षेत्र जाने की तो, विधानसभा के सत्र चलने के कारण स्वाभाविक रूप से रांची में ही था। मेरे जैसे कई माननीय सदस्य बजट सत्र में उपस्थिति के समय ही लॉकडाउन के पालन में रांची में फंसे रहें। स्वयं प्रथम लॉकडाउन में अपने आवास में ही बंद रहा । लॉकडाउन के विस्तार होने के बाद मैंने स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेने का प्रयास किया। समाधान नही होने पर राज्य के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर संकट की इस घड़ी में अपने क्षेत्र के नागरिकों के बीच जाने के लिए अनुमति का आग्रह किया ।
विधायक अंसारी पर सुपर सीएम का स्वांग रचने का आरोप लगाते हुए ओझा ने कहा है कि वह लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सत्ता के अहंकार में सभी नियम-कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिसका खामियाजा राज्य की जनता भुगत रही है। विधायक इरफ़ान अंसारी ने स्वयं स्वीकार किया है कि हम रांची-जामताड़ा आते-जाते रहते हैं। किसकी अनुमित से आते-जाते हैं अंसारी को सार्वजनिक करना चाहिए।