Webinar in Dhanbad: बैंको के निजीकरण को लेकर छात्रों का मिलाजुला विचार
बैंकों का निजीकरण बड़े शहरों के लिए तो ठीक है लेकिन गरीबों के लिहाज से निजीकरण होना ठीक नही है। राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र आर्यन अग्रवाल ने विद्यालय की ओर आयोजित बेबिनॉर में बैंकों का निजीकरण आज देश की आवश्यकता विषय पर अपना विचार व्यक्त किया।
धनबाद, जेएनएन: बैंकों का निजीकरण बड़े शहरों के लिए तो ठीक है, लेकिन गरीबों के लिहाज से निजीकरण होना ठीक नही है। राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र आर्यन अग्रवाल ने विद्यालय की ओर आयोजित बेबिनॉर में बैंकों का निजीकरण आज देश की आवश्यकता विषय पर अपना विचार व्यक्त किया।
उन्हें इस विचार के लिए उन्हें प्रथम स्थान मिला। वहीं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र अंकित मिश्रा ने कहा कि बैंकों का निजीकरण कभी भी अच्छा नहीं होगा। जबकि आदित्य राज केसरी ने कहा कि बैंकों का निजीकरण होना चाहिए। इससे बैंकों की कार्यशैली में काफी अंतर आएगा।
उन्होंने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में कक्षा 12वीं के नौ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। भाग लेने वाले प्रतियोगियों में केशव शौर्य, सिद्धार्थ गौतम, आदित्य, अंकित मिश्रा, आर्यन, अमन, शिवांशु एवं पीयूष शामिल थे। बेबिनॉर में बैंक ऑफ इंडिया बनारस के एजीएम ओपी चौधरी एवं पंजाब नेशनल बैंक उत्तर प्रदेश के मुख्य प्रबंधक एके सेठ ने भूमिका निभाई।
विद्यालय के प्राचार्य सुमंत कुमार मिश्रा ने बताया कि समय और आम जनता की मांग को देखते हुए सरकार निश्चित ही सकारात्मक और बेहतर कदम उठाएगी। प्राचार्य मिश्रा ने अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए निर्णायकों के प्रति आभार व्यक्त किय। वेबीनेर से विद्यालय के उप प्राचार्य मनोज कुमार, वरीय शिक्षक सूरज कुमार, उत्तम कुमार तिवारी व संजीव कुमार पटनायक जुड़े रहे।