मेडिकल जांच में De Nobili स्कूल की छात्रा से दुष्कर्म की पुष्टि, नर्स के बाद उप प्राचार्य भी हिरासत में Dhanbad News
मेडिकल बोर्ड ने छात्रा के ब्लड सैंपल भी पुलिस को दिया ताकि यदि कोर्ट का आदेश हुआ तो डीएनए जांच कराई जा सके। जांच से पता चल जाएगा कि छात्रा को कौन सी दवा दी जाती थी।
धनबाद, जेएनएन। कतरास एरिया के डिनोबली की आठ साल की छात्रा के साथ यौन उत्पीडऩ हुआ। जांच में यह बात आई है कि उसके संवेदनशील अंग के साथ छेड़छाड़ हुई। उपायुक्त अमित कुमार के आदेश पर गठित सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड की दो दिन की जांच के बाद यह खुलासा हुआ। पीएमसीएच अधीक्षक ने सोमवार देर शाम छात्रा के साथ दुष्कर्म के मुकदमे का अनुसंधान करने वाले पुलिस अफसर को चार सीलबंद लिफाफे दिए। इस मामले में स्कूल के उप प्राचार्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सिमडेगा की रहने वाली नर्स पहले से हिरासत में है।
कतरास पुलिस को दिए गए एक लिफाफे में मेडिकल बोर्ड की जांच का फलाफल है। तीन और लिफाफे में छात्रा के स्वॉब, पैथोलॉजी, एक्स रे समेत अलग-अलग चिकित्सकीय जांच की रिपोर्ट है। डीसी के आदेश पर पीएमसीएच की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रमुख डॉक्टर प्रतिभा राय के नेतृत्व में सर्जरी, रेडियोलॉजी, फारेंसिक मेडिसिन, दंत, मेडिसिन और पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष ने जांच की थी। जांच के पहले दिन संकेत मिले थे कि छात्रा का यौन उत्पीडऩ हुआ है।
नशे की दवा जानने के लिए डीएनए जांच की अनुशंसा : मेडिकल बोर्ड ने छात्रा के ब्लड सैंपल भी पुलिस को दिया ताकि यदि कोर्ट का आदेश हुआ तो डीएनए जांच कराई जा सके। जांच से पता चल जाएगा कि छात्रा को कौन सी दवा दी जाती थी जिससे वह बेहोश होती थी। छात्रा ने मेडिकल बोर्ड को बताया था कि स्कूल में तबीयत खराब होने पर सिक रूम में नर्स उसे कोई दवा देती थी जिसे खाने के कुछ देर बाद वह बेहोश हो जाती थी।
सरकारी अवकाश के बावजूद पीएमसीएच में खुले रहे कार्यालयः सोमवार को सरकारी अवकाश था। छात्रा का मामला बेहद संवेदनशील होने के नाते पीएमसीएच में अधिकतर कार्यालय खुले रहे। रविवार को कराई गई जांच की रिपोर्ट इकट्ठा करने के बाद उनका विश्लेषण करने में दिनभर चिकित्सक लगे रहे। शाम साढ़े पांच बजे मेडिकल बोर्ड ने पीएमसीएच अधीक्षक को रिपोर्ट दी। इसके बाद उसे पुलिस को दिया गया।
सूर्योदय के साथ डिनोबली के सामने शुरू हो गया प्रदर्शनः सोमवार को सूर्योदय के साथ डिनोबली स्कूल के सामने अभिभावकों के साथ सामाजिक एवं छात्र संगठनों का प्रदर्शन शुरू हो गया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा थी। गुस्साए लोगों ने स्कूल का गेट तोडऩे की कोशिश की। खूब नारेबाजी हुई। इसके बाद अभिभावकों ने प्राचार्य तन्नुश्री बनर्जी से बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्कूल के भीतर व्यवस्था को और पुख्ता किया जाएगा। भविष्य में किसी को भी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। अगर छात्रा के साथ किसी ने गलत किया है तो पुलिस की जांच का निष्कर्ष आने के बाद विद्यालय प्रबंधन भी कठोर दंड देने को तैयार है।
बाल कल्याण समिति को छात्रा ने सुनाई अपनी पीड़ाः सोमवार को छात्रा को बाल कल्याण समिति के सामने लाया गया। समिति की चेयरमैन पूनम सिंह ने 45 मिनट तक उससे सच जानने का प्रयास किया। छात्रा से पूछा गया तो उसने बताया कि उप प्राचार्य ने भी गलत किया था। पूनम मंगलवार को अपनी रिपोर्ट डीसी व एसएसपी को देंगी। दरअसल, छात्रा को समिति के सामने पेश किया गया तो पूनम समेत और सदस्यों ने उसे सहज करने का प्रयास किया। जब बच्ची तनिक सहज दिखी तो बेहद अपनत्व का भाव लेकर बातचीत शुरू की गई। धीरे-धीरे बच्ची अपनी पीड़ा बताती गई। उसके बयान को लिपिबद्ध किया गया। चेयरमैन ने पुलिस अधिकारियों को इशारा किया कि इस मामले में उप प्राचार्य से लंबी पूछताछ होनी चाहिए। इसके बाद उप प्राचार्य को हिरासत में ले लिया गया।