गोवंश की राजनीति में कूदे अरूप, कहा-झारखंड बन रहा गाै तस्करी का हब Dhanbad News
झारखंड गोवंश तस्करी का हब बनता जा रहा है। यहां सालाना 5000 करोड़ का कारोबार हो रहा है। धनबाद जिले में जीटी रोड गोवंश तस्करी का केंद्र है।
धनबाद, जेएनएन। आम ताैर पर आरएसएस से जुड़े संगठन और भाजपा ही गोवंश को बचाने के लिए गाै तस्करी रोकने की राजनीति करती है। इस गोवंश की राजनीति में मार्क्सवादी समन्वय समिति (एमसीसी) के विधायक अरूप चटर्जी भी कूद पड़े हैं। लाल झंडे की राजनीति करने वाले निरसा के विधायक की अरूप की नई राजनीति गाैर करने लायक है। क्या वह सचमुच गोवंश का संरक्षण करना चाहते हैं या इसके पीछे कोई और राजनीति है?
चटर्जी झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के अध्यक्ष हैं। उनके नेतृत्व में समिति दो दिवसीय दाैरे पर धनबाद आई थी। शुक्रवार और शनिवार को धनबाद जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समिति ने बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही स्थल निरीक्षण भी किया। चटर्जी का कहना है कि झारखंड गोवंश तस्करी का हब बनता जा रहा है। यहां सालाना 5000 करोड़ का कारोबार हो रहा है। धनबाद जिले में जीटी रोड गाै तस्करी का केंद्र है। तोपचांची, राजगंज, बरवाअड्डा, गोविंदपुर, निरसा, गलफरबाड़ी और मैथन थानों में तीन करोड़ की वसूली की जाती है। इसको रोकने के लिए जिस समिति का गठन हुआ आज वो भी स्पेशल ब्रांच की जांच के दायरे में है।
चटर्जी ने कहा कि गौ वंश तस्करी का मुद्दा उन्होंने कई बार सदन में उठाया है। मामले पर सरकार से जवाब मानने का भी काम किया, लेकिन लेकिन उसपर जोरदार तरीके से बहस नहीं हो पाई थी। प्रश्न और ध्यानाकर्षण समिति की बैठक धनबाद के अलावा हजारीबाग में भी हुई। इसमें सभी सवालों पे चर्चा हुई।