Dhanbad Fire: अस्पताल कर्मियों ने दिखाई दिलेरी, बहादुरी दिखाकर बचा ली नवजात समेत 9 महिला मरीजों की जिंदगी
हाजरा मेमोरियल अस्पताल में लगी आग के दौरान दिखाई गई कर्मचारियों की बहादुरी काबिले तारीफ है। इन्होंने सूझबूझ से मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला जबकि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि इनको भी नुकसान पहुंच सकता था।
मोहन गोप, धनबाद। हाजरा मेमोरियल अस्पताल के कर्मचारियों की दिलेरी के कारण अस्पताल में भर्ती नवजात समेत 9 महिला मरीजों की जान बच गई। शॉर्ट सर्किट की वजह से एक ओर भीषण आग से निकलने वाला धुआं डॉक्टर विकास हाजरा की कमरे की तरफ बढ़ा, तो दूसरी ओर आग की लपटें अस्पताल परिसर की तरफ आगे बढ़ीं। दो मंजिला इस अस्पताल का परिसर चारों ओर धुएं से भर गया। लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने दिलेरी से काम लिया।
कर्मचारियों ने प्रसूतियों को सुरक्षित बाहर निकाला
कर्मचारी बंटी ने बताया कि रात 1.30 बजे आग की लपटें तेज होने लगीं। कुछ कर्मचारी डॉ विकास के कमरे की ओर मदद करने चले गए, तो कुछ कर्मचारी अस्पताल के मरीजों की ओर भागे। अस्पताल में नवजात समेत 9 महिला मरीज भर्ती थीं। इसमें सिजेरियन डिलीवरी के बाद की भी प्रसूता एडमिट थी। कुछ गर्भवती महिलाएं प्रसव के लिए आई थीं।
रात दो बजे खाली कराया गया पूरा अस्पताल परिसर
रात 2:00 बजे पूरे अस्पताल परिसर को कर्मचारियों ने खाली कराया। महिला मरीज और उनके बच्चों को सभी ने उठाकर बाहर निकाला। उनके तीमारदारों को भी जल्दी-जल्दी बाहर निकालने का प्रयास किया गया। कर्मचारी बंटी ने बताया कि अस्पताल में लगभग 30 के आसपास मरीज और उनके तीमारदार थे। सभी को बाहर निकालकर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद कुछ मरीज अपने घर चले गए और कुछ दूसरे अस्पताल चले गए।
आग लगते ही पूरे अस्पताल में छाया अंधेरा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगते ही रात 2:00 बजे पूरे अस्पताल परिसर में अंधेरा छा गया। बिजली के तार सभी जल कर एक-दूसरे में चिपक गये। किसी को कुछ सूझ नहीं रहा था कि किधर निकले। लेकिन कर्मचारी मरीजों को सही रास्ते से नीचे तक लेकर उतरे और उसके बाद सुरक्षित स्थान पर आ गए। ऊपर तल्ले में आग की लपटें तेज हो गई थीं।
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