भाजपा के पूर्णकालिक बांट रहे लोकसभा के टिकट!
यूं तो झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं, लेकिन इसके तहत आने वाले विधानसभा के सभी 81 क्षेत्रों में टिकट बांटे जा रहे हैं।
धनबाद [मृत्युंजय पाठक]। यूं तो झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं, लेकिन इसके तहत आने वाले विधानसभा के सभी 81 क्षेत्रों में टिकट बांटे जा रहे हैं। किस-किस सांसद का टिकट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह काटेंगे और किसे देंगे, इसकी हवाई सूची घर-द्वार छोड़ विधानसभा क्षेत्रों में धूल फांक रहे भाजपा के कुछ पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं के पास है! वह सूची को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच बांच कर अपना राजनीतिक बाजार चमका रहे हैं। इस आरोप में भाजपा ने चार पूर्णकालिकों की छुंट्टी भी कर दी है। इनमें एक धनबाद जिले के टुंडी विधानसभा क्षेत्र के पूर्णकालिक सुमन सिंह भी शामिल हैं। कार्रवाई से आहत सिंह ने फेसबुक पर लिखा है-जिस राजा का सलाहकार चापलूस हो जाये उसे भगवान भी नहीं बचा सकते हैं।
दरअसल, केंद्र और ज्यादातर राज्यों में सत्तासीन भाजपा की रणनीति साफ है। वह मिशन-2019 को फतह करने के लिए एक-एक बूथ पर बढ़त हासिल करने के लिए बगैर किसी शोर-शराबा के काम कर रही है। पार्टी का जोर वैसे बूथों पर बढ़त हासिल करने का है जहां पिछले चुनाव में पीछे थी। इस काम में सहयोग करने के लिए भाजपा ने साल भर पहले झारखंड के सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पूर्णकालिक को रवाना किया। इन सभी को घर-द्वार छोड़ एक साल तक निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में रहना था। रवाना करने से पहले पार्टी ने सबको प्रशिक्षण भी दिया। यह सचेत भी किया था कि क्षेत्र में जाने के बाद टिकट बांटना मत शुरू कर दीजिएगा। नसीहत को भूल कुछ ने टिकट बांटना शुरू कर दिया। टुंडी विधानसभा क्षेत्र के सहयोगी सुमन सिंह के खिलाफ शिकायत है कि उन्होंने कई स्थानों पर गिरिडीह के सांसद रवींद्र पांडेय का टिकट काटे जाने की बात कही। साथ ही यह भी शिकायत है कि वह क्षेत्र से गायब रहा करते थे। इसकी शिकायत पांडेय ने पार्टी नेतृत्व से कर दी थी।
पूर्णकालिकों का लोकसभा चुनाव तक बढ़ा कार्यकाल : भाजपा ने झारखंड के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जिन पूर्णकालिकों को तैनात कर रखा है उनका कार्यकाल लोकसभा चुनाव तक बढ़ा दिया है। पहले एक साल तक पूर्णकालिकों को जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। सबको लोकसभा चुनाव तक क्षेत्र में रहने के लिए कहा गया है। हालांकि जो घर लौटना चाहते हैं वह लौट सकते हैं। उनके स्थान पर दूसरे को जिम्मेदारी दी जाएगी। झरिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्णकालिक किसुन यादव घर लौट गए हैं। उनके स्थान पर पार्टी ने दिलीप गोस्वामी को तैनात किया है।
जानिये कार्य एवं दायित्व : संगठन की मजबूती और पार्टी के विचार-सिद्धांत को विस्तार करने की दृष्टि से पूर्णकालिकों का कार्य एवं दायित्व महत्वपूर्ण हैं। उन्हें निर्धारित विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले भाजपा मंडल कमेटी की गतिविधियों पर नजर रखनी है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अहम रणनीति का हिस्सा बूथ कमेटियों का सत्यापन करना है। बूथ कमेटी सही ढंग से बनी है या नहीं? अगर नहीं बनी है तो बनवानी है। इसके साथ ही की-पर्सन से मेलजोल बढ़ाना है, जो मतदाताओं को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। की-पर्सन दूसरे दल और विचार के भी व्यक्ति हो सकते हैं। ऐसे लोगों को पार्टी विचारधारा के नजदीक लाना है, ताकि चुनाव में लाभ मिल सके। यह सब क्षेत्र में पार्टी का आदमी बनकर करना है न कि किसी सांसद-विधायक का। ये सीधे प्रदेश नेतृत्व के नियंत्रण में काम करते हैं। घर-द्वार छोड़कर संगठन के लिए समर्पित पूर्णकालिकों का ख्याल पार्टी रखती है। इनके लिए मासिक मानदेय के साथ ही क्षेत्र में परिवहन के लिए दोपहिया वाहन की भी व्यवस्था की गई है।
--------------------
लोकसभा चुनाव तक पूर्णकालिकों का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। चार के खिलाफ शिकायत मिली थी। उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया है।
गणेश मिश्र, प्रशिक्षण प्रमुख, झारखंड प्रदेश भाजपा।