लोक अदालत स्वच्छ-सुलभ न्याय का सबसे बड़ा प्लेटफार्मः प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश
13 जुलाई 19 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 4 हजार 229 विवादों का निपटारा किया गया था। जबकि 4 करोड़ 14 लाख 99 हजार 329 रुपए की हुई रिकवरी हुई थी।
धनबाद, जेएनएन। लोक अदालत स्वच्छ, सुलभ एवं स्वस्थ न्याय का सबसे बड़ा प्लेटफार्म है। यहां ना कोई हारता है और ना ही कोई जीतता है। लोगों को सुलभ न्याय दिलाने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना है। इस महायज्ञ में सभी को अपनी आहुति देनी चाहिए। यह बातें शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन समारोह में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी ने कही। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा विवादों का निष्पादन होगा, समाज में उतनी ज्यादा समरसता आएगी।
पिछली बार 4 करोड़ 14 लाख रुपए की हुई थी रिकवरी: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बंसत कु्मार ने कहा कि 13 जुलाई 19 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 4 हजार 229 विवादों का निपटारा किया गया था। जबकि 4 करोड़ 14 लाख 99 हजार 329 रुपए की हुई रिकवरी हुई थी। 9 मार्च को आयोजित नेशनल लोक अदालत में 3 करोड़ 45 लाख रुपए की रिकवरी हुई थी, जबकि 3802 मुकदमों का निष्पादन किया गया था। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने विवादों का निपटारा नेशनल लोक अदालत में कराएं। धनबाद बार एसोसिएशन इसमें पूरा सहयोग करेगा। समारोह को जिले के जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्य प्रकाश, अवर न्यायाधिश सह डालसा सचिव अरविंद कच्छप ने भी सम्बोधित किया।
नेशनल लोक अदालत में विवादों के निस्तारण के लिए 14 बेंचों का गठन किया गया है। मौके पर सभी विभागों के पदाधिकारी, जिले के तमाम न्यायिक पदाधिकारी अधिवक्ता समेत अन्य लोग उपस्थित थे। लोक अदालत में अबकी 4000 मामलों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है।