अग्नि प्रभावित होरलाडीह में लाखों खर्च करने के बाद छोड़ी जमीन, अब फिर से मांगी 18 एकड़ Dhanbad News
होरलाडीह बीसीसीएल कमांड एरिया में आता है। 2005 में ही खतरा बताते हुए बीसीसीएल ने बड़े-बड़े अक्षरों में एकमात्र बचे क्वार्टर पर लिख रखा है कि यह इलाका अग्नि प्रभावित क्षेत्र है।
धनबाद, जेएनएन। जिले के झरिया के अग्नि प्रभावित होरलाडीह में नगर निगम पिछले डेढ़ साल से प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत कम दर पर 1500 आवास बना रहा है, लेकिन अभी तक योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। इस पर 90 करोड़ खर्च किए जाने थे। होरलाडीह में जमीन चिन्हित कर कुछ हिस्से में समतलीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। हालांकि, अग्नि प्रभावित क्षेत्र होने और स्थानीय लोगों के विरोध के कारण योजना लटक गई।
इस आवास योजना में लोगों को बसाने के लिए कैंप तक लगाया गया, हालांकि 1500 आवास के लिए महज 30 लोगों ने ही रजिस्ट्रेशन कराया। कम रजिस्ट्रेशन होने का तर्क है कि जहां आवास बन रहा है वह अग्नि प्रभावित है और मुख्यालय से दूरी अधिक है। लोग यहां आवास लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराएं, इसके लिए पांच से छह बार विज्ञापन तक निकाला गया। निगम ने यहां लाखों रुपये खर्च भी कर दिया। इसके बाद भी किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब इसे छोड़ दूसरी जगह जमीन मांगी जा रही है।
इसे लेकर धनबाद उपायुक्त को दो-दो बार पत्र भेजकर जमीन मांगी गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के घटक-3 के तहत बनने वाले आवास के लिए नगर निगम ने सबलपुर सरायढेला में 18 एकड़ सरकारी जमीन स्थानांतरण करने के लिए डीसी को पत्र लिखा है।
एनओसी लिए बना अग्नि प्रभावित होरलाडीह में बन रहा था पीएम आवास : होरलाडीह क्षेत्र बीसीसीएल कमांड एरिया में आता है और पूरी तरह से अग्नि प्रभावित एवं भूधंसान इलाका है। बकायदा यहां बीसीसीएल ने 2005 में ही खतरा बताते हुए बड़े-बड़े अक्षरों में एकमात्र बचे क्वार्टर पर लिख रखा है कि यह इलाका अग्नि प्रभावित एवं भूधंसान क्षेत्र है। सिर्फ होरलाडीह ही नहीं इस जमीन के चारों ओर बीसीसीएल की ओर से लगभग आधा दर्जन पत्थर रखे गए हैं, जिसपर अग्नि प्रभावित क्षेत्र अंकित है। यहां से थोड़ी ही दूर पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च कर बनाया गया अस्पताल अब खंडहर बन गया है, इसकी वजह है कि जमीन के नीचे आग होने के कारण अस्पताल की दीवारों में दरारें आ गई हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने यहां निगम को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1500 किफायती मकान बनाने के लिए जमीन मुहैया करा दी। निगम ने भी बिना सोचे समझे यहां लोगों को बसाने की तैयारी शुरू कर दी। बीसीसीएल कोल बियरिंग एरिया होने के बावजूद यहां आवास बनाने के लिए बीसीसीएल से एनओसी भी नहीं ली गई।
फैक्ट फाइल
- 1500 प्रधानमंत्री किफायती आवास।
- 75 बिल्डिंग, जी प्लस थ्री अपार्टमेंट, वन बीएचके फ्लैट्स
- 300 से 320 वर्गफीट के क्षेत्रफल।
- पांच से छह लाख एक फ्लैट की लागत।
- लाभुकों को 3.65 लाख रुपये देना होगा, शेष 2.5 लाख पीएम आवास के तहत मिलेगा।
- रजिस्ट्रेशन होने के बाद बुकिंग के समय एकमुश्त 25000 रुपये देना होगा।
- बुकिंग के बाद 18 माह में चार किश्तों में पूरी राशि का करना होगा भुगतान।