DMC: लेबर घोटाला की तहत तक जाने का माध्यम बनेगा बैंक खाता
नगर निगम में सफाई कर्मियों के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। कम सफाई कमियों से कार्य कराकर पूरे का वेतन उठाने की शिकायत मिली है।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद नगर निगम में बैंक अकाउंट के सहारे लेबर फर्जीवाड़ा के तह पहुंचने की कवायद चल रही है। वार्डों में सफाई कार्य के लिए रखे गए सफाई कर्मियों का बैंक अकाउंट खंगाला जा रहा है। सफाई कर्मियों के बैंक अकाउंट से मिलान किया जा रहा है कि वास्तविक में वही कर्मी है या कोई और। बैंक खाते में दर्ज नाम और वार्ड में सफाई के लिए लगे कर्मी के नाम में तो अंतर नहीं है।
दरअसल, नगर निगम में सफाई कर्मियों के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। कम सफाई कमियों से कार्य कराकर पूरे का वेतन उठाने की शिकायत मिली है। प्रत्येक वार्ड में 27 सफाई कर्मी निर्धारित हैं। वार्डों में सफाई का कार्य 20-22 कमियों से ही कराया जा रहा है, जबकि वेतन 27 कर्मियों का उठाया जा रहा है। वेतन के लिए 27 कर्मियों का विपत्र जमा किया जा रहा है। इससे फर्जीवाड़ा का शक गहरा रहा है। इसका पता लगाने के लिए धनबाद, झरिया, छाताटांड़, कतरास व सिंदरी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों को सफाई कर्मियों का विपत्र, नाम व बैंक खाता जांच का जिम्मा मिला है। वार्डों से सभी सफाई कर्मियों के बैंक अकाउंट मंगवाकर मिला किया जा रहा है।
दूसरे के बैंक अकाउंट में मानदेय का भुगतानः प्रारंभिक जांच में यह भी बात सामने आयी है कि दूसरे के बैंक अकाउंट में मानदेय का भुगतान हुआ है। कार्यरत सफाई कर्मियों के बैंक खाते के स्थान पर अन्य के बैंक खाते में मानदेय का भुगतान जा रहा है। इसका पता लगाने के लिए कार्यपालक पदाधिकारियों को सफाई कर्मी के विपत्र उपस्थित, उनके नाम के साथ बैंक अकाउंट की जांच करनी है। यही नहीं बैंक अकाउंट का मिलान कर मानदेय का भुगतान करना है।
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