लॉकडाउन में बैठे-बैठे गर उब गए हैं तो Indian Army की इस प्रतियोगिता का हिस्सा बनिए, इतने रुपये का मिलेगा इनाम
Indian Army Swarnim Vijay Varsh भारतीय सेना की पाकिस्तान पर विजय के 50 साल पूरे हो चुके हैं। इस खुशी में हर भारतीय को शरीक होने का माैका भारतीय सेना ने दिया है। इसके लिए स्वर्णिम विजय वर्ष स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।
धनबाद, जेएनएन। Swarnim Vijay Varsh देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। चारों और से लोगों के कोरोना संक्रमित होने और माैत की डरावनी खबरें हर रोज आ रही है। इन सबके बीच कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए झारखंड समेत देश के करीब-करीब सभी राज्यों में आंशिक लॉकडाउन का दाैर चल रहा है। कोरोना के डर और लॉकडाउन के कारण लोग घरों में बैठे हुए हैं। घरों में बैठे-बैठे लोग बोर हो रहे हैं। उब महसूस कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय सेना की खुशी में शरीक होकर लोग अपनी बोरियत को कुछ कम कर सकते हैं। खास बात यह है कि भारतीय सेना ने अपनी खास खुशी को साझा करने के लिए स्वर्णिम स्लोगन प्रतियोगिता शुरू की है। इसके विजेता 50 हजार नकद इनाम भी जीत सकते हैं।
पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल
भारतीय सेना के साथ आप भी जीत की खुशी मना सकते हैं। आप चाहे तो इस स्वर्णिम वर्ष पर स्लोगन बनाकर इनाम भी जीत सकते हैं। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया जा रहा है। इसे यादगार बनाने के लिए भारतीय सेना कई आयोजन कर रही है। भारतीय ऑनलाइन स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन कर रही है, जो स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के तहत चल रही है।
विजेता को 50 हजार नकद पुरस्कार
प्रतियोगिता भारत के सभी नागरिकों के लिए खुली है और प्रविष्टियां swarnimvijayvarsh.adgpi@gmail.com पर भेजी जा सकती हैं। इसके लिए अंतिम तिथि 31 मई निर्धारित की गई। चुने गए स्लोगन को 50 हजार नगद पुरस्कार मिलेगा। प्रतियोगिता का विवरण भारतीय सेना के फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर हैंडल पर उपलब्ध है। चुने गए नारों का उपयोग भारतीय सेना के आधिकारिक मीडिया हैंडल द्वारा किया जाएगा और विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ क्रेडिट दिया जाएगा। स्लोगन प्रतियोगिता के बाद अन्य कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं भी होंगी, जिनका विवरण बाद में प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
द्वितीय पुरस्कार के रूप में मिलेंगे 25 हजार
झाड़ूडीह पॉलिटेक्निक रोड निवासी कर्नल जेके सिंह बताते हैं कि देश की आन, बान और शान के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले भारतीय सैनिकों को सम्मान देने के लिए आम लोगों के पास एक बेहतरीन मौका है। यह प्रतियोगिता अपने साथी नागरिकों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने और 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों के योगदान को उजागर करने के लिए सेना के प्रयासों का हिस्सा है। प्रथम पुरस्कार 50 हजार और द्वितीय पुरस्कार 25 हजार रुपये मिलेगा।