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कापासारा में यूनियनों में वर्चस्व की लड़ाई नहीं, मजदूरों की छटनी का विरोध

मुगमा/गलफरबाड़ी कापासारा आउटसोर्सिग में नौ मजदूरों की छटनी से उत्पन्न विवाद और मासस व जमसं बच्चा गुट में टकराव की स्थिति को खत्म करने जमसं (बच्चा गुट) के संयुक्त महासचिव अभिषेक सिंह कापासारा पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 08:32 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 08:32 PM (IST)
कापासारा में यूनियनों में वर्चस्व की लड़ाई नहीं, मजदूरों की छटनी का विरोध
कापासारा में यूनियनों में वर्चस्व की लड़ाई नहीं, मजदूरों की छटनी का विरोध

मुगमा/गलफरबाड़ी : कापासारा आउटसोर्सिग में नौ मजदूरों की छटनी से उत्पन्न विवाद और मासस व जमसं बच्चा गुट में टकराव की स्थिति को खत्म करने जमसं (बच्चा गुट) के संयुक्त महासचिव अभिषेक सिंह कापासारा पहुंचे। उन्होंने 14 दिनों से आउटसोर्सिग में खनन कार्य बंद व मजदूरों के छटनी की जानकारी ऑउटसोर्सिग संचालक देवाशीष मोदी से ली और नौ मजदूरों की छटनी पर सवाल खड़ा किया। आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने ईसीएल मुगमा प्रबंधन ने जमीन उपलब्ध नहीं कराने की परेशानी से अवगत कराया। कहा कि मजदूरों को काम से नहीं बैठाया गया है, बल्कि अन्य ऑउटसोर्सिग में शिफ्ट करने की बात कही गई है। काम बढ़ने पर वापस बुला लिया जाएगा। वहीं पत्रकारों से बातचीत में अभिषेक सिंह ने कहा कि यहां यूनियनों के वर्चस्व की लड़ाई नहीं है। मजदूरों की छटनी का जमसं भी विरोध करते आया है। इस लड़ाई में वह भी मजदूरों के साथ हैं। दोनों यूनियनों के प्रतिनिधि आपस में बैठकर समस्या का समाधान कर लेंगे। ईसीएल के वरीय पदाधिकारियों से बात कर दो दिन के अंदर आउटसोर्सिंग को चालू कराने की कोशिश की जाएगी। कहा कि जमसं वर्चस्व व खूनी संघर्ष का कभी पक्षधर नहीं रहा है। मौके पर जमसं के मुगमा एरिया अध्यक्ष धनंजय सिंह, प्रदीप बाउरी, जितेंद्र सिंह, राजेश सिंह सहित दर्जनों मजदूर उपस्थित थे।

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