धनबाद, जागरण संवाददाता: झामुमो के 51वें स्थापना दिवस पर शनिवार को झामुमो समर्थक की भीड़ शहर में उमड़ पड़ी, जो ढोल-नगाड़ा बजाते हुए जुलूस के साथ सभास्थल गोल्फ ग्राउंड पहुंचीं। पुलिस भी ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय दिखाई दी। यह पहला मौका है जब स्थापना दिवस समारोह दोपहर में हो रहा है और इसके बावजूद समर्थकों का उत्साह चरम पर है।
दोपहर में भी झामुमो भीड़ जुटाने में सफल रहा। करीब ढाई बजे गोल्फ ग्राउंड में सभा शुरू हुई। टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने अध्यक्ष व संचालन मंडली की घोषणा की। सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 साल बाद पहली बार आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनी है।
झारखंड के तीव्र विकास से विपक्षियों के पेट में हो रहा दर्द: सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संघर्ष और बलिदान झारखंडियों की किस्मत में ही लिखा हुआ है। सरकार बनते ही कोविड महामारी फैल गई, लेकिन हमने बेहतर प्रबंधन से झारखंड को इससे बाहर निकाला। मजदूरों को हवाई जहाज से मंगवाया। दो साल बाद जब जीवन पटरी पर लौटा तो हमने विकास को गति दी। इस गति को देखकर विपक्षियों को पेट दर्द हो रहा है।
सीएम ने कहा कि जिस तरह गुरुजी को जीवन भर कोर्ट कचहरी का चक्कर कटवाया, जेल भिजवाया, आज फिर वही हो रहा है। जैसे गुरुजी लड़े, हम भी लड़ रहे हैं। हमारी मांगों को बराबर असंवैधानिक बताया जा रहा है। सरना धर्म कोड, 1932 खतियान लाया तो यूपी, बिहार के लोगों को पेट दर्द हो रहा है। कोर्ट जाने वाले 20 में से एक भाजपा नेता और 19 यूपी, बिहार के लोग हैं। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी तो वह संवैधानिक हो गया।
'कोल कंंपनियों पर झारखंड का अरबों रुपये बकाया'
कोल कंपनियों पर झारखंड के अरबों रुपये बकाया हैं। सबसे अधिक झारखंडी बाहर मजदूरी कर रहे हैं और बाहर के लोगों ने झारखंड को चारागाह बनाया दिया है। सरकारी कर्मियों का भी शोषण किया गया। सरकारी कर्मी धैर्य रखें, सरकार आपकी समस्या सुलझाएगी। पैरा शिक्षक, आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकार ने हक दिया है। हमलोग कानून बनाते हैं तो लोग जश्न मनाते हैं।
जाति के नाम पर सरकारी महकमे को परेशान कर रखा था। कोर्ट कचहरी सिर्फ सोरेन परिवार पर होता है। उन्हें मालूम है कि सोरेन परिवार के रहते इनकी दाल नहीं चलेगी। आदिवासी मूलवासी की सरकार बने यह इन्हें मंजूर नहीं है। जब इन्होंने अपने लोगों को पांच साल नहीं चलने दिया तो हमें पांच साल रहने देंगे। झारखंडियों को बोका समझते हैं। हम व्यापारियों के प्रतिनिधि नहीं हैं। महंगाई पहले डायन लगती थी, अब भौजाई लगती है। 20 लाख गरीबों का हरा राशन कार्ड हमने बढ़ाया। सरकार हमें एफसीआई से राशन नहीं दे रही है। बाजार दर पर चावल खरीदकर गरीबों को दे रहे हैं।
केंद्र सरकार झारखंड को लूटना चाहती है: महुआ माजी
राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड को उसका बकाया पैसा नहीं देती है। केंद्र सरकार झारखंड को लूटना चाहती है। झरिया आग को सालों बाद भी केंद्र सरकार नहीं बुझा रही है। झारखंड का हक मांगने पर केंद्र सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को परेशान कर रही है। भाजपा शासन में लड़कियों की तस्करी करने वाले सरगना को हेमंत सरकार ने जेल भेजा। झारखंड की बेटियों को अब बाहर जाकर अपमानित नहीं होना पड़ेगा। हेमंत सरकार ने यह व्यवस्था की है।
गिरिडीह के विधायक बोले- 1932 का खतियान हमारी पहचान
कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह के विधायक सुदिब्य कुमार सोनू ने कहा कि जो सपने पूरे नहीं हो पाए हैं, उन्हें हेमंत सरकार पूरा करेगी। 1932 का खतियान हमारी पहचान है। 1932 के पहले से जो हैं, वही झारखंडी है। इसे लड़कर लागू करेंगे। शक्तिनाथ महतो का संकल्प आज सच साबित हुआ। टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि जिस दिन से झामुमो की सरकार बनी, एनडीए इस सरकार को अस्थिर करने में लग गई।
1932 खतियान पार्टी का एजेंडा है। कल-कारखानों में मूलवासियों को नौकरी नहीं मिलती है। 75 प्रतिशत नौकरी निजी क्षेत्रों में देनी होगी। कोर्ट से भाजपा नेताओं ने खतियान को लागू करने से रोका। कोल कंपनियों ने विस्थापितों को नौकरी नहीं दी। हेमंत सरकार कोल कंपनियों के साथ बैठक कर इसका रास्ता निकालेगी।
मंच की अध्यक्षता संयोजक मंडली के सदस्य कंसारी मंडल, नकुल महतो, धरणीधर मंडल, अलाउद्दीन अंसारी एवं सुखलाल मरांडी तथा संचालन पार्टी महासचिव विनोद पांडेय, अमितेश सहाय, अशोक मंडल एवं डॉ नीलम मिश्रा ने की। सभा में राज्यसभा सदस्य महुआ माजी, गिरिडीह के विधायक सुदिब्य कुमार सोनू, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र महतो, रमेश टुडू, पवन महतो, रतिलाल टुडू, युधेश्वर सिंह, मन्नू आलम, जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू, मदन महतो, अपूर्व सरकार, बलराम महतो, जगदीश चौधरी, मुकेश सिन्हा, जग्गू महतो, भोला मंडल, हराधन महतो आदि उपस्थित रहे।