Move to Jagran APP

ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फू़ड समिट से संतुष्ट नहीं झामुमो, पूर्व मंत्री ने बताया छलावा

किसानों को ब्याज रहित ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा पर टुंडी के पूर्व विधायक मथुरा महतो ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड सरकार मात्र एक साल के लिए ऋण देने की घोषणा की है।

By mritunjayEdited By: Published: Sat, 01 Dec 2018 11:18 AM (IST)Updated: Sat, 01 Dec 2018 11:18 AM (IST)
ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फू़ड समिट से संतुष्ट नहीं झामुमो, पूर्व मंत्री ने बताया छलावा
ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फू़ड समिट से संतुष्ट नहीं झामुमो, पूर्व मंत्री ने बताया छलावा

पूर्वी टुंडी, जेएनएन।झारखंड के किसानों की आय दोगुनी और चाैगुनी करने के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य की भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है। कृषि को बढ़ावा देने के लिए हाल ही दो दिवसीय ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का आयोजन भी किया गया है। लेकिन, मुख्य विपक्षी दल झामुमो के नेता इससे संतुष्ट नहीं हैं। झामुमो के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मथुरा प्रसाद महतो ने ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट को छलावा करार दिया है। 

loksabha election banner

मुख्यमंत्री द्वारा झारखंड के किसानों को ब्याज रहित ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा पर टुंडी के पूर्व विधायक मथुरा महतो ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड सरकार मात्र एक साल के लिए ऋण देने की घोषणा की है। जबकि झारखंड की खेती पूरी तरह प्राकृतिक पर निर्भर रहता है। बारिश नहीं होने पर राज्य में सुखा पड़ जाता है। ऐसे में किसान ऋण नहीं चुका सकेंगे और किसान कर्ज में डूब जायेंगे। सरकार किसानों को आत्म हत्या करने वाला स्कीम लेकर आई है। जिसका झामुमो विरोध करती है। साथ ही सरकार से ब्याज मुक्त ऋण कम से कम तीन साल के लिए देने की मांग की। बता दें कि मुख्यमंत्री ने रांची में आयोजित कार्यक्रम में किसानों के लिए घोषणा करते हुए कहा था कि यदि कोई किसान बैंक से कृषि ऋण लेते हैं और उस ऋण को एक वर्ष के भीतर ही वापस कर देते हैं तो उस ऋण पर किसान को ब्याज नहीं देना होगा। उनके ऋण का ब्याज का भुगतान सरकार करेगी। परंतु ऋण की राशि एक वर्ष के भीतर लौटाने की बाध्यता नहीं थी। परंतु इस बार की घोषणा को किसान विरोधी बताया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.