झामुमो नेत्री नीलम मिश्रा ने मुख्यमंत्री को अपनी पुस्तक भेंट की, बताया भारत के निर्माण में लोहिया का योगदान
डॉ. मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1917 से लेकर 1947 तक तथा उसके बाद भी कई ऐसे महापरुषों का प्रार्दुभाव हुआ जिन्होंने अपने कृत्यों से इतिहास में स्वर्णिम स्थान प्राप्त किया है| इन्हीं में एक डॉ. राम मनोहर लोहिया हैं।
धनबाद, जेएनएन। आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ. राम मनोहर लोहिया का अहम योगदान रहा है। डॉ. लोहिया ने देश के आर्थिक विकास, राजनैतिक विकेंद्रीकरण, समाजवादी समाज कि स्थापना, रंग भेद, स्त्री पुरुष असमानता, जाति प्रथा का उन्मूलन, राष्ट्र प्रेम आदि विषयों को लेकर काम किए। उनका यह कार्य प्रभावित और आकर्षित करता है। यह कहना है झामुमो की प्रवक्ता सह प्रध्यापिका डॉ. नीलम मिश्रा का। डॉ. मिश्रा की लिखित पुस्तक राम मनोहर लोहिया एक दृष्टिकोण नामक पुस्तक बाजार में आ चुकी है। उन्होंने अपनी इस पुस्तक को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेंट किया है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि देश के विकास एवं सामाजिक बुराइयों के लिए डॉ. राम मनोहर लाहिया ने जो काम किए वह उन्हें काफी प्रभावित करता है। इसी प्रभाव के कारण उन्होंने यह पुस्तक लिखी है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1917 से लेकर 1947 तक तथा उसके बाद भी कई ऐसे महापरुषों का प्रार्दुभाव हुआ जिन्होंने अपने कृत्यों से इतिहास में स्वर्णिम स्थान प्राप्त किया है| इन्हीं में एक डॉ. राम मनोहर लोहिया हैं। तत्कालीन भारत के लिए लाेहिया की जो सोच रही उससे वर्तमान भारत को भी फायदा हो रहा है। ऐसे में झारखंड राज्य गठन को 20 वर्ष हुए हैं। इस राज्य को सही दिशा देने की जरुरत है। आदिवासी बहुल इस राज्य में विकास की काफी संभावनाएं हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पुस्तक भेंट करने का भी मकसद यह है कि इस राज्य के लिए लोहिया के विचारों को ध्यान में रखते हुए विकास के लिए योजनाएं बनायी जाएं। इस पुस्तक के माध्यम से आने वाली पीढी भी डॉ. लोहिया से प्रभावित होंगे और एक नए समाज का निर्माण में अपनी अहम भूमिका को समझ पाएंगे।