फहीम खान के भांजा गोडविन को JMM ने किया पद मुक्त, 6 वर्षों के लिए पार्टी से भी निकाला Dhanbad News
फहीम खान के भांजा गोडविन खान को झामुमो ने पद मुक्त कर दिया। पार्टी ने उसकी प्राथमिक सदस्यता भी रद्द कर दी है। साथ ही छ वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित भी कर दिया है।
धनबाद, जेएनएन। फल व्यवसायी से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार गोडविन खान को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पार्टी से बाहर निकाल दिया है। झामुमो केंद्रीय कमेटी ने असंवैधानिक एवं असमाजिक कार्य किए जाने के आरोप में गोडविन खान को पार्टी के सांगठनिक पद से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता भी समाप्त कर दी है। इसके अलावा पार्टी ने उसे छ: वर्षों के लिए निष्कासित भी किया है। यह भी अरोप लगाया गया है कि गोडविन खान के असमाजिक कार्यों में संल्पित रहने के कारण झामुमो की छवि खराब हुई।
पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्त विनोद पांडेय ने कार्यालय आदेश जारी किया है। इसके साथ ही धनबाद जिला कमेटी को भी इस आदेश से अवगत कराया है। गोडविन झामुमो महानगर युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष थे। इधर मामले को लेकर धनबाद जिलाध्यक्ष रमेश टुडू ने बताया कि अखबार में रंगदारी को लेकर छपी खबर और विभिन्न माध्यमों से गोडविन के गलत कार्यों में संलिप्तता की बातें सामने आई थी। इसी मामले पर पार्टी की ओर से एक रिपोर्ट मांगी गई थी। जिला कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही केंद्रीय कमेटी ने यह कार्रवाई की है।
बता दें कि पिछले दिनों वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान के भांजों ने आरा मोड़ पर फल दुकान लगानेवाले एक दुकानदार से पांच लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। रुपये नहीं देने पर सिर पर पिस्टल सटा कर जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस घटना को लेकर गोडविन एवं अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पुलिस जब छापामारी करने गई तो गोडविन पुलिस से बचने के लिए छत से कूद गया। जिससे उसका पैर टूट गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया। जबकि उसके अन्य साथी फरार हैं।
गैंग्स के खिलाफ रंगदारी के कई मामले : हाल के कुछ वर्षों में फहीम खान का गैंग दो गुटों में बंट गया है। बेटा, भाई और भतीजों का एक गुट है तो भांजों का अलग गुट बन गया है। दोनों में आपसी रंजिश के कई मामले आते रहते हैं। हाल के दिनों में फहीम के भांजों पर रंगदारी के कई आरोप लगे हैं। वासेपुर में घर बना रहे एक व्यक्ति ने भी उनके खिलाफ रंगदारी मांगने की शिकायत की थी। पुलिस उसकी भी जांच कर रही है। गैंग्स ऑफ वासेपुर के सदस्यों के खिलाफ पुलिस पहले से ही सीसीए लगाने की तैयारी में है।