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Jharkhand: ओमान में फंसे कोयलांचल के 30 से ज्यादा मजदूर, सात माह से वेतन नहीं, वतन वापसी की गुहार

मजदूरों को 2017 में टावर लाइन में काम कराने ओमान ले जाया गया था। मजदूरों को एक नामी कंपनी में काम दिलाने की बात कह भेजा गया था लेकिन उन्हें वहां ले जाकर ठेका मजदूर बना दिया गया।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 12:35 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 12:35 PM (IST)
Jharkhand: ओमान में फंसे कोयलांचल के 30 से ज्यादा मजदूर, सात माह से वेतन नहीं, वतन वापसी की गुहार
Jharkhand: ओमान में फंसे कोयलांचल के 30 से ज्यादा मजदूर, सात माह से वेतन नहीं, वतन वापसी की गुहार

धनबाद, जेएनएन। झारखंड के गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग और कोडरमा जिले तीन दर्जन से ज्यादा मजदूर ओमान में फंस गए हैं। ये सभी अच्छी कमाई की लालच में ओमान की राजधानी मसकट गए थे। साल 2017 में मजदूरों को टावर लाइन में काम देने का झांसा देकर ले जाया गया। वहां पर ठेका मजदूर बना दिया गया। अब सात माह से वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। मजदूरों ने विदेश मंत्रालय भारत सरकार से वनत वापसी की गुहार लगाई है। 

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झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग,बोकारो व कोडरमा जिले के मजदूरों का विदेश में फंसने का सिलसिला जारी है। अब ओमान की राजधानी मसकट में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड समेत सीमावर्ती हजारीबाग जिले के  बिष्णुगढ, बोकारो जिले के बेरमो के अलावा कोडरमा के 30 मजदूरों के फंसने की सूचना है। इन मजदूरों को  2017 में टावर लाइन में काम कराने ओमान ले जाया गया था। मजदूरों को एक नामी कंपनी में काम दिलाने की बात कह ओमान भेजा गया था, लेकिन उन्हें वहां ले जाकर ठेका मजदूर बना दिया गया। इसके बाद पिछले सात महीने से मजदूरी का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूरों के परिजनों को मिली सूचना के मुताबिक सभी मजदूरों को एक कमरे में बंद करके रखा गया हैं। उन्हें मात्र एक समय का खाना दिया जा रहा है। वे वतन वापस आना चाह रहे हैं, लेकिन वीजा की मियाद खत्म होने एवं पैसे नहीं होने के कारण वे वहां फंस गए हैं।

ओमान में फंसे मजदूरों ने प्रवासी ग्रुप के माध्यम से सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है।साथ ही मजदूरों ने विदेश मंत्री भारत सरकार के नाम संदेश भेजा है। जिसमें कहा है कि वे लोग जिस कंपनी में काम कर रहे हैं, उस कंपनी ने महीनों से वेतन बंद कर दिया है।मांगने पर कई तरह की धमकियां दी जाती है।उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये मैसेज भेज कर अपनी हालत बयां करते हुए घर वापसी की गुहार लगाई है।विदेश में मजदूरों के फंसे होने की जानकारी मिलने पर प्रवासी मजदूरों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने उन्हें वतन वापसी के लिए हरसंभव प्रयास करने का भरोसा दिया है।

सिकंदर ने कहा है कि प्रवासी ग्रुप के सदस्यों की मदद से विदेश मंत्री से बगोदर समेत दूसरे प्रखंडों के सभी मजदूरों की सऊदी अरब से घर वापसी की मांग करेंगे।फंसने वाले मजदूरों में बगोदर के महुरी के राजू पासवान,खुबलाल पासवान,विजय कुमार महतो, योगेंद्र कुमार,बेको के देवी लाल महतो,संतोष महतो, आलम कुमार महतो, चंद्रीक महतो, टेकलाल महतो,औरा के महेश कुमार महतो,राजेश कुमार, मुंडरो सोहन लाल महतो, प्रदीप महतो, हेमलाल महतो तुकतुको निर्मल महतो,सोहन महतो डुमरडेली के डुमरचंद महतो,कोसी के गोविंद महतो बिष्णुगढ के उदयपुर के राजेश प्रसाद महतो,जगदीश महतो,कसुम्भा रूपलाल महतो, महेश महतो,चिहूंटिया के विनोद कुमार,बलकमका के रामचंद्र महतो,भलुआ के दिलीप कुमार,भेलवरा के प्रेमचंद महतो करगालो के मनोज महतो व हुलास महतो ,बोकारो थर्मल के जगदीश महतो कोडरमा के महेंद्र सिंह शामिल हैं।


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