Jharkhand Lockdown: पहले तो चिल्ला-चिल्लाकर दुकानदारी का समय बढ़ाने की मांग; अब समय घटाने की लगाए हुए है रट
Lockdown News कोरोना संक्रमण के कारण लगे लाकडाउन के बाद हुए अनलाक में बाजार रात आठ बजे तक खुल रहे हैं। इसके बावजूद भी खाने पीने की दुकानों को छोड़ दें तो और कहीं भी दुकानदारी गति नहीं पकड़ रही है। July 10
जागरण संवाददाता, धनबाद: Lockdown, Lockdown News, July 10, Weekend Lockdown, कोरोना संक्रमण के कारण लगे लाकडाउन के बाद हुए अनलाक में बाजार रात आठ बजे तक खुल रहे हैं। इसके बावजूद भी खाने पीने की दुकानों को छोड़ दें तो और कहीं भी दुकानदारी गति नहीं पकड़ रही है। ग्राहक भी शाम पांच बजे तक अपनी खरीदारी कर घरों में वापस लौट जा रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों का मानना है कि चार बजे तक की दुकानें खुलें तो ही ठीक है। ऐसे में उन्हें अब अपने परिवार के लिए भी समय नहीं मिल पा रहा है।
अनलॉक-5 के पहले वाला वक्त ही सही था
केंदुआ में चिकन और अंडा की दुकान चलाने वाले युसूफ ने कहा कि पहले चार बजे तक ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी। जो भी काम होता था वह चार बजे तक पूरा हो जाता था। इसके बाद उन्हें क्रिकेट खेलने और अपने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिल रहा था। अब रात आठ बजे तक दुकान में बैठना पड़ता है। ग्राहक भी संध्या पांच बजे तक ही दुकान पर आ रहे हैं। ऐसे में पहले वाला वक्त की सही था।
अब ये राग अलाप रहे दुकानदार
बैंक मोड़ के कपड़ा व्यवसायी सुमित कहते हैं कि दुकानदारी तो शाम पांच बजे तक ही हो रही है। कोरोना संक्रमण का भय लाेगों में देखा जा रहा है। लोग शाम के बाद कपड़ा लेने के लिए नहीं आते। पहले चार बजे के बाद दुकान बंद कर परिवार को पूरा समय दे पा रहे थे। अब रात आठ बजे तक दुकानें खोल कर बैठना मजबूरी हो गई है। ऐसे ही सब्जी बेचेने वाले भोला भी रात आठ बजे तक की दुकानदारी को लेकर परेशान हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण ने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका दिया था। अब आदत सी हो गई थी। सब्जी की दुकानदारी सुबह में ही ज्यादा रहती है।
क्या कहना चैंबर आफ कामर्स का
इधर बैंक मोड़ चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने बताया कि अनलाक चार के दौरान सभी लोग दुकानदारी रात आठ बजे तक करने की मांग कर रहे थे। अब कहते हैं कि चार बजे तक का ही समय उचित था। उन्होंने कहा कि काफी लोगों ने उनसे संपर्क कर अपनी यह बात कही है। सुरोलिया ने कहा कि संध्या चार बजे का समय ठीक था, हालांकि ज्वेलरी समेत अन्य प्रतिष्ठानों के लिए रात आठ बजे का समय उचित है।