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Lockdown News: ब‍िहार की तर्ज पर हेमंत सरकार झारखंड में भी खोलने जा रही स्‍कूल व कोच‍िंग...अनलॉक 6 में म‍िलेगी ये छूट

राज्य में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हो चुकी है। हाट बाजार मॉल सिनेमा हाल समेत तमाम तरह के प्रतिष्ठान खुल चुके हैं। इसके बावजूद भी अब शिक्षण संस्थान जैसे स्कूल कालेज कोचिंग के अलावा मंदिरों के खुलने का इंतजार है।

By Atul SinghEdited By: Published: Fri, 09 Jul 2021 11:51 AM (IST)Updated: Fri, 09 Jul 2021 10:40 PM (IST)
Lockdown News: ब‍िहार की तर्ज पर हेमंत सरकार झारखंड में भी खोलने  जा रही स्‍कूल व कोच‍िंग...अनलॉक 6 में म‍िलेगी ये छूट
राज्य में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हो चुकी है। (प्रत‍िकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद :  राज्य में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हो चुकी है। हाट, बाजार, मॉल, सिनेमा हाल समेत तमाम तरह के प्रतिष्ठान खुल चुके हैं। इसके बावजूद भी अब शिक्षण संस्थान जैसे, स्कूल, कालेज, कोचिंग के अलावा मंदिरों के खुलने का इंतजार है। उम्मीद है अनलाक सिक्स में इन सभी को खोलने की अनुमति राज्य सरकार दे।

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शिक्षण संस्थानों को खोलने को लेकर अभिभावकों के साथ-साथ कोचिंग शिक्षण संचालक और चैंबर भी अपना समर्थन कर रही है। इनका मानना है कि कोरोना संक्रमण काल में मानव जीवन के बाद यदि सबसे अधिक प्रभाव किसी चीज पर पड़ा है तो वह है शिक्षा व्यवस्था पर।

झारखंड अभिभावक संघ के मनोज मिश्रा का कहना है कि बच्चों को पहले टीका लगवाया जाए। ऐसी व्यवस्था हो तो शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पूरी तरह से टीका लगवाया जाए। इसके बाद ही स्कूल खोला जाए। उन्होंने कहा कि फिलहाल नौवीं, दशवीं, ग्याहरवहीं व बारहवीं की कक्षाएं नियमों के तहत संचालित की जा सकती हैं। स्कूल प्रबंधन अभिभावकों से घोषणा पत्र नहीं लें, बल्कि स्वयं यह घोषणा पत्र दें की उनका संस्थान सुरक्षित है और सभी शिक्षण एवं कर्मचारियों ने टीका ले लिया है।

कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने कहा कि बीते 19 माह से कोचिंग संस्थान बंद हैं। संचालकों के सामने भुखमरी की स्थिति आ चुकी। अब भी संस्थान नहीं खोला गया तो स्थिति और भी विकराल होगी। अन्य राज्यों में दिशा निर्देशों के साथ शैक्षणिक संस्थानों को खोला जा रहा है। अब झारखंड में भी स्थिति समान्य हो रही है तो इस पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।

धनबाद के विभिन्न व्यवसायों से जुड़ा संगठन चैंबर भी शिक्षण संस्थानों के खोलने के पक्ष में है। बैंक मोड़ चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर काफी कम हो चुकी है। अब शिक्षण संस्थानों को भी खाेलने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने सरकार से अपील की है कि मंदिरों को भी खोला जाए।


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