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शिक्षक संघ का ऐलान; स्कूल में बच्चों को बताएंगे- देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक है चाइनीज सामान

जिले में रेंगुनी में गुरुवार को चाइनीज सामान के बहिष्कार को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान लोगों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका।

By Sagar SinghEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 09:02 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 09:02 PM (IST)
शिक्षक संघ का ऐलान; स्कूल में बच्चों को बताएंगे- देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक है चाइनीज सामान
शिक्षक संघ का ऐलान; स्कूल में बच्चों को बताएंगे- देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक है चाइनीज सामान

धनबाद, जेएनएन। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने अपने घरों के साथ-साथ स्कूलों में भी चाइनीज सामान के बहिष्कार का निर्णय लिया है। संघ के महासचिव नंदकिशोर सिंह ने एक बयान जारी कर यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्कूल खुलने पर हर दिन बच्चों को प्रार्थना सभा में बताया जाएगा की चाइनीज सामान किस तरह से देश की अर्थव्यवस्था पर चोट कर रहे हैं। चीन की वजह से हमारे कितने जवान शहीद हुए हैं। उनकी शहादत को नमन करने और बदला लेने का यह सही वक्त है।

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नंदकिशोर सिंह ने कहा कि चाइनीज सामान का विकल्प हमारे देश में उपलब्ध है, इसलिए अपने घरों में और अपने अभिभावकों को चाइनीज सामान का प्रयोग नहीं करने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही शिक्षकों से भी आह्वान किया गया है कि चाइनीज समान का प्रयोग बंद करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

वहीं, जिले में कई जगह गुरुवार को चाइनीज सामान के बहिष्कार को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान लोगों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला भी फूंका। लोगों ने कहा कि ड्रैगन हमेशा से भारत के पीठ पर चुरा घोपते आया है। कोरोना महामारी के दौर में भी कोविड-19 का जनक देश भारत की सीमा पर तनाव उत्पन्न कर रहा है और हमारे जवानों पर हमला कर रहा है। इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। 

गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है। सीमा पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। सोमवार की रात को हुए विवाद में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इसको लेकर देश में उबाल है और लोग सरकार से चाइनीज सामान पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, झड़प के दौरान काफी संख्या में चीनी सैनिकों के भी हताहत होने की बात सामने आ रही है।


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