JAC Board Exam Cancelled: जैक बोर्ड ने जारी किया मूल्यांकन; इस आधार पर तय होगा बच्चाें का भविष्य
Jharkhand Academic Council (JAC) जैक बोर्ड ने मूल्यांकन का आधार तय कर लिया है। दसवीं एवं बारहवीं की व्यावहारिक परीक्षा 91 प्रतिशत स्कूलों में हो चुकी है। जिन स्कूलों में यह परीक्षा नहीं हो सकी है वहां कोविड नियमाें का अनुपालन कराते हुए व्यावहारिक परीक्षाएं ली जाएंगी।
धनबाद, जेएनएन। Jharkhand Academic Council Ranchi, Jharkhand Academic Council Board, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) बोर्ड मैट्रिक व इंटर की परीक्षा रद हो गई है। इसके साथ ही परीक्षा को लेकर चल रही अटकलें व अफवाहों पर भी पूर्ण विराम लग गया है। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार शाम को ट्वीट कर दी। सीएम ने कहा कि आज मैंने कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों एवं छात्रों एवं अभिभावकों की मांंग को देखते हुए जैक द्वारा इस सत्र में आयोजित होने वाली 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा को रद करने का निर्णय लिया है।
ऐसे किया जाएगा मूल्यांकन
दसवीं एवं बारहवीं की व्यावहारिक परीक्षा 91 प्रतिशत स्कूलों में हो चुकी है। जिन स्कूलों में यह परीक्षा नहीं हो सकी है, वहां कोविड नियमाें का अनुपालन कराते हुए व्यावहारिक परीक्षाएं ली जाएंगी।
इंटरनल असेसमेंट में इनका होगा मूल्यांकन
-जैक द्वारा विद्यार्थियों को भेजे गए पांच-पांच मॉडल सेट पर विद्यार्थियों का रेस्पांस।
-स्कूलों में उपस्थिति, अनुशासन तथा कक्षाओं में सहभागिता।
'मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद फाइल विभाग लौट गई है। नौंवी व 11वीं परीक्षाओं में मिले अंकों के साथ-साथ व्यावहारिक परीक्षा तथा इंटरनल असेसमेंट के आधार पर मूल्यांकन पर मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी है। जो विद्यार्थी इससे संतुष्ट नहीं हैं, उनके लिए संपूरक परीक्षा ली जाएगी।' -राजेश शर्मा, सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार।
व्यावहारिक परीक्षा व आंतरिक मूल्यांकन में मिलते हैं इतने अंक
माध्यमिक (दसवीं) परीक्षा
विज्ञान सैद्धांतिक परीक्षा : 80 अंक
व्यावहारिक परीक्षा : 20 अंक
अन्य विषय सैद्धांतिक परीक्षा : 90 अंक
आंतरिक मूल्यांकन (प्रोजेक्ट वर्क व अन्य) : 10 अंक
इंटरमीडिएट (12वीं परीक्षा)
सैद्धांतिक परीक्षा : 70 अंक
व्यावहारिक परीक्षा : 30 अंक
नोट : केवल विज्ञान विषयों में।
एडमिशन व जेईई-नीट में बच्चे कैसे होंगे शामिल
अब जब परीक्षा रद हो गई तो बच्चों के मन में यह सवाल कौंंधने लगा है कि आखिरकार अब उनका मूल्यांकन कैसे होगा। भविष्य में अगली कक्षा में एडमिशन व इंजीनियरिंग-मेडिकल की प्रतियोगी परिक्षाओं में शामिल होने का अब आधार क्या होगा।
सीबीएसई की तर्ज पर मूल्यांकन का आधार फेल
झारखंड सरकार सीबीएसई की तर्ज पर मैट्रिक व इंटर के विद्यार्थियों का मूल्यांंकन करने के पक्ष में थी। सीबीएसई ने मूल्यांकन के लिए जारी अपने फार्मेट में दसवीं के बच्चों के लिए जो आधार तय किया है उसमें मिड टर्म परीक्षा, यूनिट टेस्ट व प्री बोर्ड को आधार बनाया गया है। सीबीएसई ने आनलॉइन के थ्रू अपने क्लास चालू रखें थे साथ ही प्री बोर्ड एग्जाम भी बच्चों का ले लिया था। जैक बोर्ड इस पैैरामीटर में बिल्कुल भी फिट नहीं बैठता। क्योंकि विगत 17 मार्च 2020 से ही जैक के अंतर्गत आने वाले स्कूल पूरी तरह से बंद है। यहां ऑनलाइन एग्जाम व टेस्ट भी नहीं लिया गया है जिससे कि इनका मूल्यांकन इस आधार पर हो सकें। इसके फेल होने के बाद बोर्ड अब नया फॉर्मूला ढूंंढने में लगा हुआ है।
धनबाद अभिभावक संघ ने फैसले का किया स्वागत
अभिभावक महासंघ ने किया स्वागत इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द करने के सरकार के निर्णय का अभिभावक महासंघ ने स्वागत किया है। महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा ने कहां की छात्र काफी तनाव में थे दूसरे अन्य बोर्ड की परीक्षाएं रद्द हो जाने के बाद उनका तनाव और बढ़ गया था। सरकार के इस फैसले से बच्चों को राहत मिली है।