JAC Board Exam Latest News: मैट्रिक इंटर का मूल्यांकन कर 13 तक Marks करना है अपलोड
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के मैट्रिक तथा इंटर के मूल्यांकन को अपलोड करने में महज पांच दिन बच्चे हैं। 13 तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल के वेबसाइट पर विद्यालय तथा महाविद्यालयों को मार्क्स अपलोड कर देना है। सबसे बड़ी समस्या है
जागरण संवाददाता धनबाद : झारखंड एकेडमिक काउंसिल के मैट्रिक तथा इंटर के मूल्यांकन को अपलोड करने में महज पांच दिन बच्चे हैं। 13 तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल के वेबसाइट पर विद्यालय तथा महाविद्यालयों को मार्क्स अपलोड कर देना है। सबसे बड़ी समस्या है, की 13 के बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल का साइट लॉक हो जाएगा।
ऐसे में मूल्यांकन करने के बाद समय पर जैक के साइट पर अपलोड करना भी है, जो विभाग के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। मूल्यांकन की राह में विभाग के समक्ष कई रोड़े हैं। जिले में करीब 40 से भी अधिक शिक्षक कोविड-19 की ड्यूटी में तैनात है।
इन शिक्षकों को मूल्यांकन भी करना है अब यह शिक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी से अपनी परेशानियों को बता रहे हैं कि कोविड-19 करें या मूल्यांकन। चुकी मूल्यांकन के लिए समय निर्धारित है सभी विद्यालय और महाविद्यालयों में जैक के निर्देशानुसार चार सदस्यीय कमेटी भी बना ली गई है।
मूल्यांकन का कार्य जारी है। अब जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखकर कोविड-19 ड्यूटी में तैनात शिक्षकों को मुक्त करने को कहा है जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी पत्र में कहा है की कॉपी का मूल्यांकन अति आवश्यक कार्य है जिसकी निगरानी न्यायालय भी कर रहा है वही झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इसके लिए समय निर्धारित कर दिया है ऐसे में यदि समय पर शिक्षक कॉपी का मूल्यांकन नहीं कर पाएंगे तो परेशानी खड़ी हो सकती है।
बताते चलें कि मैट्रिक तथा इंटर के छात्रों का प्रायोगिक तथा इंटरनल मूल्यांकन के साथ-साथ अन्य विषयों का मूल्यांकन करके मार्च को अपलोड करना है।जिले में मैट्रिक तथा इंटर के कुल परीक्षार्थियों की संख्या 55 हजार से भी अधिक है। वही दूसरी परेशानी है की काफी संख्या में छात्र-छात्राओं का प्रैक्टिकल नहीं हो सका है।
जैक ने जारी आदेश में स्पष्ट कहा है कि पूर्व में परिषद द्वारा आयोजित प्रायोगिक एवं आंतरिक परीक्षा में अनुपस्थित या वंचित रह गए छात्र छात्राओं के लिए सरकार से अनुमति मिलने के बाद प्रायोगिक परीक्षा ली जाएगी।
दरअसल अप्रैल में अचानक लॉकडाउन घोषित होने के कारण बीच में ही प्रायोगिक तथा आंतरिक परीक्षा रोकनी पड़ी थी। जिसके कारण काफी संख्या में बच्चे प्रायोगिक परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। शिक्षा विभाग ने बीते शनिवार को सभी स्कूलों में निकट के स्कूलों से एक शिक्षक तथा एक पर्यवेक्षक के प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।