राजस्थान के देह व्यापार गिरोह के हाथों बेची गई झरिया की महिला गया में बरामद, 11 आरोपित सलाखों के पीछे
कंचन को लेकर एक वाहन द्वारा उदयपुर की ओर लौट रहे थे। उसके दो बच्चों को छोड़ दिया गया था। कंचन ने पुलिस को बताया कि जब बच्चों को नहीं ले जाने की बात पता चली तो उसे संदेह हुआ।
धनबाद / गया, जेएनएन। झरिया की एना कोठी की रहने वाली कंचन देवी देह व्यापारियों के हाथों बिकने के बाद राजस्थान जाने से बच गई है। बिहार के गया जिले की पुलिस ने कंचन देवी को देह व्यापार के धंधे में जाने बचा लिया है। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर 11 आरोपितों न्यायालय के आदेश पर गया जिले के उपकारा शेरघाटी भेजा गया है। महिला को शादी के नाम पर 1.80 लाख रुपये में बेचा गया था।
गया में जीटी रोड पर पीड़िता और रैकेट से जुड़े लोगों को वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया। शेरघाटी थानाध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने बताया कि स्वर्गीय रितेश यादव की पत्नी कंचन देवी झरिया में दो बच्चों के साथ रहती थी। पति के मृत्यु के बाद पड़ोस में चौका बर्तन कर जीविकोपार्जन कर रही थी। पड़ोसी मंजू देवी और गुडिय़ा झा द्वारा कंचन को शादी करा देने पर सहमत किया गया। कंचन झांसे में आ गई। दोनों महिलाओं ने शादी के नाम पर अवैध धंधे में संलिप्त राजस्थान के एक रैकेट के हाथों कंचन को एक लाख 80 हजार रुपये बेच दिया।
शुक्रवार को राजस्थान के चितौडगढ़ से रैकेट का नौ सदस्यीय दल जिसमें चार महिलाएं और पांच पुरुष शामिल थे, झरिया के एनाकोठी पहुंचा। रात्रि में कथित तौर पर शादी की रस्म पूरी हुई। शनिवार की सुबह कंचन को लेकर एक वाहन द्वारा उदयपुर की ओर लौट रहे थे। उसके दो बच्चों को छोड़ दिया गया था। कंचन ने पुलिस को बताया कि जब बच्चों को नहीं ले जाने की बात पता चली तो उसे संदेह हुआ। सुबह विदाई के लिए गाड़ी में बैठाया गया। झरिया से वाहन शेरघाटी के गोपालपुर पहुंचा। सड़क पर जाम लगा था। पुलिस गश्त करती देखी। शौच का बहाना बनाकर गाड़ी से उतरी। जैसे ही पुलिस देखी बचाओ-बचाओ की आवाज लगाए। जबरन ले जाने की बात पुलिस को बताई। पुलिस ने गाड़ी को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी तब रैकेट का खुलासा हुआ। थानाध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान के सेक्स रैकेट द्वारा उक्त महिला को रुपये देकर खरीदा गया है। कंचन देवी के बयान पर शेरघाटी थाना में कांड संख्या 318 /20 दर्ज की गई।
इन्हें किया गया गिरफ्तार
थानाध्यक्ष ने बताया कि 11 लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया है। इसमें कैलाश साव, पुष्कर साव, सुखी बाई, सुशीला साहू, नारायणी साह, वैजू साह, दिलीप साह, चालक कालू लाल सभी ग्राम अंजनखेड़ा थाना आकोला जिला चित्तौडग़ढ़ राजस्थान, मंजू देवी और गुडिय़ा झा झरिया शामिल हैं, सभी को जेल भेजा गया। इन लोगों के मोबाइल नंबर को भी खंगाला जा रहा है। राजस्थान पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि रैकेट से जुड़े लोगों को पकड़ा जा सके।