BJP Dhanbad: सांसद पीएन सिंह पर टिप्पणी से भड़के भाजपाई; किसे शामिल करना है किसे नहीं, यह पार्टी का अंदरूनी मामला
BJP Dhanbad भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सांसद को सुनियोजित तरीके से बदनाम करने की साजिश है। इसे जनता और कार्यकर्ता स्वीकार नहीं करेंगे। सांसद पर आरोप लगाने वाले नेताओं की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
धनबाद, जेएनएन। विहिप नेता रमेश पांडेय का भाजपा में प्रवेश नहीं मिलने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पांडेय समर्थक इस विवाद को ब्राह्मण बनाम राजपूत बना कर राजनीतिक बढ़त लेने की जुगत में लगे हैं। वहीं सांसद समर्थक तत्काल विवाद को खत्म करने के प्रयास में जुटे हैं।
सांसद के खिलाफ अनर्गल प्रलाप बंद करें : भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, संजय झा, नितिन भट्ट, मानस प्रसून और मिल्टन पार्थसारथी ने कहा कि सांसद पीएन सिंह पर किसी को भाजपा में आने से रोकने का आरोप गलत है। यह ओछी मानसिकता का परिचायक है। सांसद ने 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में भारतीय जनता पार्टी को ना सिर्फ धनबाद में बल्कि पूरे झारखंड में मजबूत किया है। वे राजनीति के विश्वविद्यालय हैं। इनके नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का काफी विकास हुआ है। कई कार्यकर्ता सरपंच, मुखिया, पार्षद और विधायक बने हैं।
किसी को सदस्यता देना संगठन का निर्णय : किसे सदस्यता दी जाएगी, किसे नहीं, यह संगठन के मुखिया तय करते हैं। 18 अक्टूबर की बात हो रही है सदस्यता ग्रहण समारोह की। यह सरासर गलत है। इस प्रकार की कोई तारीख तय नहीं हुई थी। रमेश पांडेय ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने का अनुरोध किया था। संगठन ने इसी को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से चर्चा शुरू की थी। अभी सदस्यता के मामले पर कोई निष्कर्ष निकला ही नहीं था कि विवाद खड़ा कर दिया गया।
सांसद के खिलाफ साजिश : महानगर अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सांसद को सुनियोजित तरीके से बदनाम करने की साजिश है। इसे जनता और कार्यकर्ता स्वीकार नहीं करेंगे। सांसद पर आरोप लगाने वाले नेताओं की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
सांसद पीएन सिंह पर टिप्पणी से भड़के भाजपाई : संस, चासनाला : पिछले दिनों धनबाद के सांसद पीएन सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया व अखबार में की जा रही टिप्पणी से झरिया के भाजपाइयों में रोष है। बुधवार को भाजपा जोड़ापोखर मंडल के पदाधिकारियों की बैठक पाथरडीह में हुई। वक्ताओं ने कहा कि सांसद 41 वर्षो से निर्वाचित पदों पर रहे हैं। बीते लोकसभा चुनाव में भी लगभग पांच लाख मतों से जीत हासिल की है। आज अपनी ओछी राजनीति चमकाने के लिए कुछ लोग अनर्गल बयान दे रहे हैं। किसी को भी संगठन में शामिल कराना संगठन के पदाधिकारी का काम है। मौके पर उमेश यादव, मानस प्रसून, अखिलेश सिंह, अभिषेक पांडेय, बाबू जैना, स्वरूप राय, विशाल श्रीवास्तव, शशिकांत निराला आदि थे।