कभी बाघमारा के इर्द-गिर्द घूमती थी जदयू की राजनीति, अब साख बचाने की चुनाैती Dhanbad News
2009 और 2014 में चुनाव हारने के बाद भी जलेश्वर महतो बाघमारा में दूसरे नंबर पर रहे। लोकसभा चुनाव से पहले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस के हाथ को थाम लिया।
बाघमारा, जेएनएन। झारखंड के 81 विधानसभा क्षेत्रों में से एक बाघमारा के इर्द-गिर्द प्रदेश जदयू की राजनीति घूमती थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और झारखंड में जदूय के कद्दावर नेता जलेश्वर महतो 2009 तक बाघमारा के विधायक रहे। महतो दो-दो बार पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहे इसलिए बाघमारा जदयू की राजनीति का केंद्र बना रहा। 2009 और 2014 में चुनाव हारने के बाद भी जलेश्वर महतो बाघमारा में दूसरे नंबर पर रहे। लोकसभा चुनाव से पहले महतो ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस के हाथ को थाम लिया। ऐसे में अब बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में जदयू के सामने अपनी प्रतिष्ठा बचाने की चुनाैती है। इसके लिए धनबाद जिला जदयू ने कवायद शुरू कर दी है।
जिला जदयू अध्यक्ष पिंटू कुमार सिंह ने एलान किया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी खड़ा किया जाएगा। राजस्थानी धर्मशाला में जदयू के जिलाध्यक्ष पिंटू कुमार सिंह ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के निर्देश पर बाघमारा में राजेश पांडेय को संगठन की मजबूती का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने यहां से उम्मीदवारी के लिए भी पार्टी को आवेदन दिया है। जदयू यहां मजबूत स्थिति में है। दो-दो बार यहां से जदयू प्रत्याशी जलेश्वर महतो चुनाव जीत चुके हैं। पार्टी का जनाधार काफी है। वर्तमान में यहां की जनता विकल्प तलाश रही है। हम जनता को विकल्प देंगे। इस माैके पर जदयू के प्रदेश सचिव अरविंद कुमार राय भी उपस्थित थे।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि 22 अक्टूबर को पार्टी के कई केंद्रीय नेता धनबाद आ रहे हैं। गोविंदपुर सम्मेलन में जिले की सभी छह विधानसभा सीटों को लेकर रणनीति बनाई जायेगी। इस माैके पर दिवाकर महथा, रितेश अग्रवाल आदि माैजूद थे।