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धनबाद के हवा-पानी को साफ करने में अब जापान करेगा मदद

कोल सिटी धनबाद को साफ पानी, हवा व जमीन उपलब्ध कराने में अब जापान तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग करेगा।

By Edited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 02:37 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2018 02:38 PM (IST)
धनबाद के हवा-पानी को साफ करने में अब जापान करेगा मदद
धनबाद के हवा-पानी को साफ करने में अब जापान करेगा मदद
धनबाद: कोल सिटी धनबाद को साफ पानी, हवा व जमीन उपलब्ध कराने में अब जापान तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग करेगा। जापानी कंपनी जायका धनबाद में साफ पानी, पर्यावरण व जमीन की समस्या दूर करने के लिए निगम को तकनीकी व आर्थिक सहयोग करने के लिए तैयार है। इंदौर में संपन्न हुई आठवीं रिजनल थ्री आर फोरम इन एशिया एंड पैसेफिक कांफ्रेंस में जायका ने इस कार्य में सहयोग करने पर सहमति जताई है। मेयर शेखर अग्रवाल व नगर आयुक्त राजीव रंजन ने इंदौर कांफ्रेंस से प्राप्त अनुभव बांटते हुए बताया कि उस कांफ्रेंस में विश्व के 41 देशों व भारत के 106 शहरों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कांफ्रेस का विषय थ्री आर यानी रिडयूस, रिसाइकिल व रीयूज था। विभिन्न देशों व शहरों से पहुंचे मेयर ने इंदौर डिक्लेरेशन के तहत साफ पानी, पर्यावरण व जमीन की आवश्यकता पर निर्णय लिया, ताकि मिशन जीरो वेस्ट का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। जीरो वेस्ट का मतलब कचरा का कम से कम उत्पादन व प्लास्टिक का कम उपयोग करना है। इसे रिसाइकिल व रियूज कर जीरो वेस्ट तक पहुंचना है। मेयर ने बताया कि उन्होंने मेयर सेशन में पिट वाटर पर प्रजेंटेशन दिया। धनबाद में साफ पानी, हवा व जमीन की कितनी समस्या है उसे रखा। माइनिंग के कारण हमें साफ पानी व हवा नहीं मिल रही है, जिसके लिए हमें तकनीकी सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जापान सरकार की कंपनी जायका हमें तकनीकी व वित्तीय सहयोग करने के लिए राजी हो गई है। 23 या 24 अप्रैल को जापानी कंपनी सर्वे के लिए धनबाद आ रही है। निगम के पिट वाटर प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने भी सराहा है। इसे विश्व का पहला डी-सेंट्रलाइज वाटर प्यूरीफाइ प्रोजेक्ट करार दिया गया है। इस सिलसिले में 18 अप्रैल को दिल्ली बुलाया गया है। चंडीगढ़ मॉडल पर होगा कचरा उठाव: नगर निगम चंडीगढ़ मॉडल पर घरों से डोर-टू-डोर कचरा संग्रह करेगा। नगर आयुक्त राजीव रंजन ने बताया कि चंडीगढ़ मॉडल के तहत तीन आदमी की टीम 250 घरों से कचरा संग्रह करती है। नगर निगम इस मॉडल को अपनाने जा रहा है। यहां 400 घरों का एक कलस्टर होगा जिसमें तीन व्यक्ति रखे जाएंगे। पूरे निगम में डोर-टू-डोर कचरा उठाव के लि 2000 लोगों की टीम गठित की जाएगी। तीन-तीन लोगों की टोली डोर-टू-डोर कचरा उठाव करेगी। यूजर चार्ज भी वही वसूलेंगे। निगम यूजर चार्ज में कुछ नहीं लेगा। इसके लिए निगम स्तर पर संचालन कमेटी गठित कर दी गई है। इंटर सिटी मीट का आयोजन करेगा निगम: मेयर व नगर आयुक्त ने बताया कि थ्री आर फोरम के तहत निगम राज्य में इंटर सिटी मीट का आयोजन करेगा। मीट में राज्य के सभी नगर निकायों को आमंत्रित किया जाएगा। साफ पानी, हवा व जमीन के महत्व पर चर्चा के लिए विशेषज्ञ बुलाए जाएंगे। नगर निकाय चुनाव इंटर सिटी मीट का आयोजन करेंगे। लोगों को व्यवहार में लाना होगा बदलाव: स्वच्छता के लिए लोगों को अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा। केवल निगम के प्रयास से कुछ नहीं होगा, लोगों की सहभागिता भी जरूरी है। इंदौर में लोग बाहर कचरा नहीं फेंकते हैं। सड़क पर प्लास्टिक तक नहीं गिराते। सफाई के कारण वहां दो वर्षो में मेडिसिन का व्यापार 25 करोड़ घट गया है। नगर निगम लोगों की सहभागिता बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा। जागरूकता अभियान के लिए एनजीओ लगाए जाएंगे।

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