Jamtara Hotbed of Cyber Crime -1: साइबर ठगी कहीं भी हो, सामने आता जामताड़ा कनेक्शन; यहां चक्कर काटती रहती देशभर की पुलिस
Jamtara Hotbed of Cyber Crime-1 अब कई राज्यों की पुलिस साइबर अपराध की घटनाओं के सिरे जोड़कर संयुक्त रूप से जांच भी जुटी है। जांच में साइबर ठगी के मास्टरमाइंड जामताड़ के निकलते हैं।
जामताड़ा [ प्रमोद चौधरी ]। Jamtara Hotbed of Cyber Crime -1 अलग-अलग तरीकों से लोगों को झांसे में लेकर उनका बैंक खाता साफ कर देने वाले जामताड़ा के साइबर ठगों को तमाम राज्यों की पुलिस ढूंढ रही है। अक्सर जामताड़ा में किसी ने किसी शहर और राज्य की पुलिस साइबर ठगों की तलाश में पहुंचती रहती है। दिल्ली, चंडीगढ़, हैदराबाद, कोलकाता, बेंगलुरु समेत तमाम शहरों की पुलिस यहां साइबर ठगी के सूत्र तलाशते हुए पहुंच चुकी है। हाल ही में हरियाणा के फरीदाबाद में की गई साइबर ठगी के एक मामले में जामताड़ा के पांच अपराधी पकड़े गए तो उनके तार पांच राज्यों से जुड़े मिले।
जामताड़ा कनेक्शन की जांच में जुटी कई राज्यों की पुलिस
अब कई राज्यों की पुलिस साइबर अपराध की घटनाओं के सिरे जोड़कर संयुक्त रूप से जांच करने में भी जुटी है। हालत यह है कि साइबर ठगी कहीं भी हो, मास्टरमाइंड जामताड़ा के ही होते हैं। यहां के ठग देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक बड़ी राजनीतिक हस्तियों, सिनेमा के कलाकारों, व्यवसायियों और अफसरों समेत तमाम छोटे-बड़े लोगों के बैंक खातों से माल उड़ा चुके हैं। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा पुलिस ने कुछ दिनों पहले जामताड़ा के राम कुमार मंडल, अताउल अंसारी, संतोष मंडल, अजय मंडल, सीताराम मंडल आदि साइबर अपराधियों को पकड़ा था। फोन कर लोगों को झांसे में लेने में ये इतने माहिर हैं कि इन्हेंं हैलो मास्टर के नाम से जाना जाता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अरेंदर की सांसद पत्नी को भी बना चुके शिकार
लीवुड के कई अभिनेताओं के बैंक खाते हैक कर लाखों रुपये उड़ाने के मामले में जामताड़ा के ठगों का नाम सामने आया था। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री, अहमदाबाद और नोएडा के कई बड़े व्यवसायी, पंजाब और केरल के कई सांसदों और पंजाब के मुख्यमंत्री की सांसद पत्नी के खाते से लाखों रुपये उड़ाने के मामले में भी जामताड़ा के ठगों का नाम सामने आ चुका है। अबतक 100 से अधिक ठग जामताड़ा से गिरफ्तार किये जा चुके हैैं।
ठगों ने बना रखे हैं आलीशान मकान, जमीन में करते हैं निवेश
जामताड़ा जिले के नारायणपुर व करमाटांड़ प्रखंड में 100 से अधिक गांव व टोले ऐसे हैं, जहां पहुंचते ही संपन्नता की झलक दिखती है। इन गांवों में आपको कच्चा मकान ढूंढे नहीं मिलेगा। वहीं महंगी बाइक कार व अन्य वाहनों का इस्तेमाल करने वाले बहुतायत में हैैं। इस समृद्धि और चमक-दमक के पीछे लोगों को बेवकूफ बनाकर उड़ाए गए रुपये हैं, जिसने ठगों को धनवान दिया है। दूसरों के खातों में सेंध लगाकर इकट्ठा की गई अकूत संपत्ति का इन ठगों ने जमीन खरीदने समेत कई धंधों में निवेश कर रखा है।
ईडी के रडार पर भी हैं शातिर
जामताड़ा साइबर थाने की ओर से राज्य मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक नारायणपुर और करमाटांड़ के विभिन्न गांवों के दो दर्जन से अधिक साइबर अपराधियों के नाम ईडी को जांच के लिए भेजे गए हैैं। इनके पास आय से अधिक संपत्ति है और ये करोड़ों के मालिक हैैं। इनमें प्रदीप मंडल, गणेश मंडल, पिंटू मंडस, अंकुुश मंडल व संतोष मंडल के खिलाफ ईडी में सुनवाई चल रही है।
साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। समस्या है कि अपराधी अपने स्थान बदलते रहते हैैं। अबतक 18 अपराधियों की संपत्ति जांच कर कार्रवाई का प्रस्ताव ईडी व आईटी को भेजा गया है। कई बीपीएल कार्डधारी परिवार ठगी से अकूत संपत्ति अॢजत की है।
-अंशुमान कुमार, एसपी, जामताड़ा।