Jamtara DC-SP Dispute: स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भी दिखी दूरी, एक-दूसरे से नजरें चुराते रहे
Jamtara DC-SP Dispute अब से पहले डीसी कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद एक साथ बैठकर अल्पाहार करने की परंपरा थी। पर इस बार डीसी-एसपी ध्वजारोहण के बाद कार्यालय वापस नहीं आए।
जामताड़ा, जेएनएन। Jamtara DC-SP Dispute 13 अगस्त को स्थानीय गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस परेड पूर्वाभ्यास के दौरान डीसी फैज अक अहमद मुमताज और एसपी अंशुमान कुमार के बीच हुए तकरार का असर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भी दिखा। हालांकि, यहां दोनों पदाधिकारी के बीच न ही कोई नोंकझोंक और न ही कोई बहस हुई। पर उपायुक्त व जिला पुलिस अधीक्षक एक दूसरे से कटे-कटे रहे। गांधी मैदान जामताड़ा में आयोजित मुख्य समारोह में तो लोग इसे नहीं भांप पाए लेकिन जैसी ही मुख्य समारोह खत्म हुआ। इसके बाद सरकारी अमला समाहरणालय परिसर पहुंचा जहां दोनों अधिकारियों का संबंध में आई कड़वाहट साफ झलक रखा था।
पूर्व में स्वतंत्रता दिवस समारोह अथवा गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर जब डीसी-एसपी गांधी मैदान से समाहरणालय पहुंचते थे तो सभी अधिकारी डीसी कार्यालय भवन के ग्राउंड फ्लोर में एक साथ बैठकर ध्वजारोहण के लिए निर्धारित समय का इंतजार करते थे। पर,इस बार उपायुक्त अपने भवन में थे जबकि एसपी ध्वजारोहण स्थल पर खड़े दिखाई पड़े। एसपी कार्यालय में हुए ध्वजारोहण के वक्त उपायुक्त तो मौजूद थे लेकिन दोनों अधिकारियों में कोई बातचीत नहीं हुई। एसपी कार्यालय से जब अधिकारियों का काफिला जिला परिषद कार्यालय में पहुंचा तो वहां भी दोनों अधिकारी एक-दूसरे से अलग-अलग बन रहे।
अब से पहले डीसी-एसपी कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद डीसी कार्यालय भवन के भूतल में सभी एक साथ बैठकर अल्पाहार करने की परंपरा थी पर इस बार ध्वजारोहण के बाद कोई अधिकारी वापस आए ही नहीं। इतना ही नहीं पूर्व में उपायुक्त से लेकर तमाम अधिकारी गांधी मैदान से लेकर सदर थाने तक में ध्वजारोहण के समय मौजूद रहते थे। इस बार इसमें भी पहली बार परिवर्तन देखने को मिला। डीसी अनुमंडल कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद वापस लौट गए जबकि जामताड़ा थाने में तो उपायुक्त तो क्या एक भी सिविल पदाधिकारी मौजूद नहीं थे। यहां तरह-तरह की बात हो रही थी।