जलसहियाओं ने किया मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार, तो बीडीओ के निर्देश पर धमकाकर सभा स्थल ले गए प्रखंड कर्मी Dhanbad News
एग्यारकुडं प्रखंड के जलसहियाओं ने मानदेय नहीं मिलने को लेकर सीएम के कार्यक्रम का बहिष्कार किया। उधर गोविंदपुर में ग्रामीणों ने खुले में शौचमुक्त का लिखित बोर्ड लगाने का विरोध किया
धनबाद, जेएनएन। मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को धनबाद पहुंचे। यहां चिरकुंडा स्थित जुनकुंदर ब्रहमस्थान मैदान में सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री रघुवार अपने जोहार जनआशीर्वाद यात्रा के रथ पर सवार होकर भारी सुरक्षा के बीच जिले के दौरे पर निकले। लोगों ने जगह-जगह फूलों का गुलदस्ता देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। वहीं, एग्यारकुडं प्रखंड के जलसहियाओं ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
एग्यारकुडं प्रखंड के सभी जलसहियाओं ने एक सूर में कहा कि हमलोग मुख्यमंत्री के भीड़ का हिस्सा नहीं बनेंगे। क्योंकि अभी तक हमलोगों का मानदेय नहीं दिया गया। जबकि 2019 के मार्च महीने में डिवीजन टू का मानदेय दे दिया गया है। डिवीजन वन का अभी तक नहीं मिला है। सिर्फ अश्वासन ही मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि 23 सितंबर को पीएचइडी विभाग के हरेन्द्र मिश्रा के द्वारा सरस मेला के दौरान कहा गया था कि 15 दिनों के अंदर भुगतान हो जाएगा। परंतु महिनों हो गया। अभी तक मानदेय नहीं दिया गया।
बीडीओ अनंत कुमार और प्रखंड कार्यालय के कर्मियों के उड़े होश
बहिष्कार की खबर सुनते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी अनंत कुमार और प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों के होश उड़ गए। इसके बाद जलसहिया को किसी भी तरह मना कर सभा स्थल पर पहुंचाने के लिए कहा गया। तभी प्रखंड कार्यालय के सभी कर्मचारियों के द्वारा सभी को डरा धमका कर तथा मानदेय देने के प्रलोभन देकर फिर से वापस प्रखंड कार्यालय बुलाकर मुख्यमंत्री के सभा स्थल पर ले गए।
शौचमुक्त का बोर्ड लगाने का ग्रामीणों ने किया विरोध
इधर, स्वच्छ भारत अभियान के तहत गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के बरवापूर्व ग्राम पंचायत के खड़काबाद गांव के मोड़ पर बुधवार को खुले में शौचमुक्त का लिखित बोर्ड लगाने का विरोध ग्रामीणों ने किया। विरोध का नेतृत्व कर रहे पंचायत समिति सदस्य चित्तरंजन गोराई ने कहा कि खरकाबाद गांव में पांच सौ परिवार है। जिसमें दो सौ शौचालय बनाए गए हैं। ढाई सौ परिवार अभी भी बाकी है। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी बोर्ड लगाकर खानापूर्ति करने में जुटे हुए हैं।
शौचालय के अभाव में अधिकांश लोग खुले में शौच करने को मजबूर
ग्रामीणों ने कहा कि जब तक खड़काबाद के प्रत्येक परिवारों को शौचालय मुहैया नहीं कराया जाता। तब तक बोर्ड लगाने नहीं दिया जाएगा। शौचालय के अभाव में अधिकांश परिवार के लोग खुले मैदान में शौच करने को मजबूर है। विरोध करने वालों में पंचायत समिति सदस्य चितरंजन गोराई, मो. जमशेद अंसारी, मानिक बनार्जी, फिरोजा खातून, अतीकुर रहमान, कादिर हुसैन, अली हुसैन, मो. शफीक, सुल्ताना खातुन, मुनिया खातुन आदि शामिल थे।