अगर आप भी किसी सोशल व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन हैं तो आपके लिए है यह खबर...
धनबाद एसएसपी मनोज रतन चोथे ने कहा कि सोशल मीडिया विशेष कर फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप संचालकों को अपने ग्रुप में स्थानीय पुलिस अधिकारी को शामिल करना अनिवार्य होगा ।
जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद पुलिस ने दुर्गापूजा के दौरान फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्वीटर, यूट्यूब आदि सोशल ग्रुप में सक्रिय रहने वाले लोगों के लिये कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। धनबाद एसएसपी मनोज रतन चोथे ने सोशल मीडिया में संदेश जारी करते हुये बताया कि सोशल मीडिया विशेष कर फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप संचालकों को अपने ग्रुप में स्थानीय पुलिस अधिकारी को शामिल करना अनिवार्य होगा । जो ग्रुप एडमिन ऐसा नहीं करेंगे, उनके विरुध कार्रवाई की जाएगी ।
एसएसपी ने कहा कि वर्तमान में सूचनाओं के आदान प्रदान करने के लिए सोशल मीडिया सबसे प्रभावी माध्यम है। अधिकांश लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हैं। यह माध्यम सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का सबसे सरल माध्यम बन चुका है। ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह भरी गलत सूचनाएं, वीडियो क्लिप प्रसारित होने पर गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर समाचार के नाम पर बने ग्रुप तथा अन्य नाम से बने अन्य ग्रुप में कभी-कभी ऐसे समाचार, फोटो, वीडियो, ऑडियो प्रेषित किए जा रहे हैं, जिसकी सत्यता प्रमाणित नहीं है। सूचनायें कई बार बिना पुष्टि के सीधे कट-पेस्ट कर फॉरवर्ड किए जा रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
इन बातों का रखें ध्यान:
- ग्रुप एडमिन वही बनें जो उस ग्रुप के लिए पूर्ण जिम्मेवारी और उत्तरदायित्व का वहन करने में समर्थ हो।
- अपने ग्रुप के सभी सदस्यों से ग्रुप एडमिन पूर्णत: परिचित हो। साथ ही ग्रुप में संबंधित थाना प्रभारी या अन्य पुलिस पदाधिकारी को अवश्य शामिल करें।
- ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा गलत बयानी, बिना पुष्टि के समाचार जो अफवाह बन जाये, पोस्ट किए जाने पर या सामाजिक समरसता बिगाडऩे वाले पोस्ट पर ग्रुप एडमिन तत्काल उसका खंडन करें। उस सदस्य को ग्रुप से हटाया जाये।
- अफवाह, भ्रामक सूचना या सामाजिक समरसता के विरुद्ध सूचना पोस्ट होने पर संबंधित थाना को भी तत्काल सूचना दी जाए।
- ग्रुप एडमिन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसे भी इसका दोषी माना जाएगा और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
- किसी भी धर्म के नाम पर भावनाओं को आहत करने वाले पोस्ट किसी भी ग्रुप में डाले जाने पर समाज में तनाव उत्पन्न होने की संभावना रहती है। ऐसे पोस्ट करने या किसी अन्य ग्रुप से फॉरवर्ड करने पर आईटी, साइबर क्राइम एक्ट एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं के आधार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ग्रुप एडमिन की भी जिम्मेवारी तदनुरूप निर्धारित की जाएगी।