झारखंड की स्टार्टअप नीति को बढ़ावा देगा आइएसएम
धनबाद आइआइटी आइएसएम झारखंड के स्टार्टअप व स्टार्टअप पॉलिसी को प्रमोट करेगा। इसके लि
धनबाद : आइआइटी आइएसएम झारखंड के स्टार्टअप व स्टार्टअप पॉलिसी को प्रमोट करेगा। इसके लिए झारखंड सरकार और आइआइटी आइएसएम के बीच चार सितंबर को एमओयू होगा। इसके बाद सरकार व आइएसएम के बीच स्टार्टअप पॉलिसी को और गति मिल जाएगी। अटल बिहारी बाजपेयी इनोवेशन लैब के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट सुमित कुमार पिछले माह आइएसएम पहुंचे थे। इस दौरान वे आइएसएम के इनोवेशन लैब पहुंचे। लैब में मौजूद सभी सिस्टम, उपकरण व आधारभूत संरचनाओं का मुआयना भी किया था। इस दौरान आइएसएम की ओर से इनोवेशन सेंटर, वर्तमान में चल रहे इनोवेशन व स्टार्टअप, भविष्य की प्लानिंग के बारे प्रस्तुतीकरण दिया गया। दरअसल आइएसएम में पूर्व से संचालित हो रहे इनोवेशन एंड इक्वेशन सेंटर को ही अब अटल बिहारी बाजपेयी लैब का नाम दे दिया जाएगा। एमओयू के तहत आइआइटी आइएसएम अटल बिहार बाजपेयी लैब झारखंड के स्टार्टअप पॉलिसी को बतौर मेंटर के रूप में सहयोग देगा। वहीं झारखंड सरकार आइएसएम को आर्थिक सहयोग करेगा।
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आइआरआइएनएस से जुड़ा आइआइटी आइएसएम
धनबाद : आइआइटी आइएसएम के प्रोफेसर को केवल संस्थान ही नहीं बल्कि बाहरी दुनियां के लोग भी अब जान सकेंगे। केवल इतना ही नहीं आइएसएम के प्रोफेसर की उपलब्धि क्या रही है। उन्होंने कितना और किन-किन क्षेत्रों में रिसर्च किया है। कितने पेपर प्रकाशित हुए हैं आदि उनसे जुड़ी तमाम गतिविधियों की जानकारियां एक क्लिक में ही जान सकेंगे। क्योंकि आइआइटी आइएसएम अब इंडियन रिसर्च इनर्फोमेशन नेटवर्क सिस्टम (आइआरआइएनएस) से जुड़ गया है। यह पोर्टल केंद्रीय विश्वविद्यालय पंजाब के सहयोग से चल रहे वेब आधारित अनुसंधान सूचना प्रबंधन सेवा है। इस पोर्टल में शैक्षणिक, रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्थान, वैज्ञानिकों की गतिविधियों को दिखाने और नेटवर्क बनाने का मुफ्त अवसर प्रदान करने वाला सॉफ्टवेयर है।