रंजन राठी खुदकुशी प्रकरण: बहुत कुछ कहता कमरे से मिला 'आइ लव यू' लिखा कागज का टुकड़ा
रंजन की मां पूनम राठी देर रात तक लगातार अपने बेटे के मोबाइल पर कॉल कर रही थी।
धनबाद, जेएनएन। आइआइटी आइएसएम का जेआरएफ छात्र रंजन राठी भले ही इस दुनिया को अलविदा कह चुका हो लेकिन यह सवाल अभी जिंदा है कि आखिर ऐसा आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया? कुछ तो ऐसी वजह थी कि रंजन परेशान था। शायद इस वजह का पता रंजन की मा पूनम राठी को पता था। तभी तो वह देर रात तक लगातार अपने बेटे के मोबाइल पर कॉल कर रही थी। जब बेटे ने कॉल रिसीव नहीं किया तो उसके दोस्तों को कॉल करने लगीं ।
चर्चा है कि इस सवाल का जवाब उसके मोबाइल में दफन है क्योंकि रंजन ने अपनी मा से बात करने के बाद किसी और से भी बात की थी। वह कौन है? जैस्पर हॉस्टल के जिस कमरे में रंजन रहता था, उसका सामान अभी भी वहीं पड़ा है। केवल उसका मोबाइल फोन पुलिस ने रंजन के पिता उदयभान सिंह राठी को सौंप दिया है । रंजन का सारा सामान आइएसएम प्रबंधन की कस्टडी में है जिसमें लैपटॉप भी है। उस सामान में कागज का एक टुकड़ा मिला है जिस पर 'आइ लव यू' और 'एम' अक्षर लिखा हुआ है। यह 'एम' अक्षर क्या किसी का नाम है, यह तो जाच का विषय है। कागज के टुकड़े पर लिखा 'आइ लव यू' बहुत कुछ कहता है। जैस्पर हॉस्टल के गलियारों में चर्चा है कि रंजन मुरादाबाद की किसी लड़की को चाहता था। वह लड़की मुरादाबाद के ही एक स्कूल में टीचर है। रंजन का यह रिश्ता उसके घर वालों को पसंद नहीं था। वे उसकी शादी कहीं तय कर चुके थे। अक्टूबर में लड़की वाले रंजन को देखने आने वाले थे। क्या इसी अंतद्र्वद्व में रंजन ने आत्मघाती कदम उठा लिया? यह जाच का विषय है।