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आइआइटी आइएसएम देगा मेधावी छात्रों को दो विषयों में बीटेक करने का अवसर

धनबाद आइआइटी आइएसएम फिर से डुअल डिग्री की पढ़ाई शुरु करने जा रहा है। संस्थान ने इसके लिए एक नया एकेडमिक रोड मैप जारी किया है। इसके अनुसार सभी छात्र एडिशनल माइनर कोर्स के साथ बीटेक की पढ़ाई कर सकेंगे। वर्ष 2019-20 के दौरान संस्थान में पूर्व से चल रहे कई डुअल डिग्री कोर्स को बंद कर दिया गया था। अब दो वर्ष के बाद इसे नए तरीके से फिर से शुरू किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 06:02 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 06:02 AM (IST)
आइआइटी आइएसएम देगा मेधावी छात्रों को दो विषयों में बीटेक करने का अवसर
आइआइटी आइएसएम देगा मेधावी छात्रों को दो विषयों में बीटेक करने का अवसर

जागरण संवाददाता, धनबाद : आइआइटी आइएसएम फिर से डुअल डिग्री की पढ़ाई शुरु करने जा रहा है। संस्थान ने इसके लिए एक नया एकेडमिक रोड मैप जारी किया है। इसके अनुसार सभी छात्र एडिशनल माइनर कोर्स के साथ बीटेक की पढ़ाई कर सकेंगे। वर्ष 2019-20 के दौरान संस्थान में पूर्व से चल रहे कई डुअल डिग्री कोर्स को बंद कर दिया गया था। अब दो वर्ष के बाद इसे नए तरीके से फिर से शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही संस्थान अंडर ग्रेजुएट कोर्स के मेधावी छात्रों को डबल मेजर कोर्स करने का भी अवसर दिया गया है। आइआइटी आइएसएम के सीनेट की बैठक में इस नया एकेडमिक रोड मैप को मंजूरी मिल गई है। इन्हें मिलेगा डुअल डिग्री का मौका :

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संस्थान की ओर से तैयार किए गए नए रोडमैप के तहत तीन श्रेणियों (ए, बी और सी) में से किसी एक में छात्रों को डुअल डिग्री कोर्स करने का मौका मिलेगा। बीटेक फोर्थ सेमेस्टर में सीजीपीए सात प्वाइंट हासिल करने वाले छात्र ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। पहली श्रेणी (ए) के छात्र चाहें तो जिस विषय में बीटेक कर रहे हैं, उसी में एमटेक कर सकते हैं। दूसरी श्रेणी (बी) के छात्र बीटेक और एमटेक अलग विषयों में कर सकते है। वहीं तीसरी (सी) श्रेणी में छात्र बीटेक के साथ एमबीए भी कर सकते है। इस डुअल डिग्री को छात्र न्यूनतम नौ सेमेस्टर और अधिकतम 14 सेमेस्टर में पूरा करना होगा। सामान्यत: डुअल डिग्री की पढ़ाई छात्र 10 सेमेस्टर में पूरा लेते हैं। बी और सी श्रेणी में डुअल डिग्री करने के लिए सात सीजीपीए प्वाइंट की कटऑफ प्वाइंट की बाध्यता संबंधित विभाग की मांग के ऊपर निर्भर करेगा। विभागाध्यक्ष चाहें तो कटऑफ बढ़ाने के साथ लिखित परीक्षा व साक्षात्कार भी ले सकते है। एक बार छात्र जिस विषय को डुअल डिग्री का चयन कर लेंगे उसे फिर बदल नहीं सकेंगे। इसके साथ जो छात्र डुअल डिग्री के लिए आवेदन देंगे। उन्हें प्लेसमेंट के लिए नौवें तथा 10वें सेमेस्टर के दौरान ही प्लेसमेंट साक्षात्कार में शामिल होने का मौका मिलेगा। फोर्थ सेमेस्टर में आठ सीजीपीए प्वाइंट जरूरी :

आइआइटी आइएसएम प्रबंधन मेधावी छात्रों को एक साथ दो विषयों में बीटेक (डबल मेजर) करने का मौका देगा। डबल मेजर कोर्स के लिए वहीं छात्र आवेदन कर सकते हैं, जिन्हें फोर्थ सेमेस्टर में आठ सीजीपीए प्वाइंट आया है। ऐसे छात्र अपने पसंद के दूसरे विषय में भी बीटेक की डिग्री ले सकते हैं। हालांकि यह कटऑफ विषय के मांग के ऊपर निर्भर करेगा। विषय की मांग अधिक होने पर कटऑफ बढ़ाने के साथ लिखित परीक्षा में भी छात्रों को शामिल करने के लिए कहा जा सकता है। छात्रों को डुअल डिग्री और डबल मेजर करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सभी छात्रों को मिलेगा एक से अधिक माइनर कोर्स का मौका :

संस्थान के प्रत्येक छात्र (बीटेक, पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एमटेक) को एक या उससे अधिक माइनर कोर्स करने का मौका दिया गया है। माइनर कोर्स के लिए छात्र पांचवें सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के साथ ही आवेदन करना होगा। एक बार विषय का चयन कर लेने के बाद छात्र इसमें बदलाव नहीं कर सकते हैं।


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