जूनियर आइआइटीयन का प्रदर्शन सुधारेंगे सीनियर, IIT मद्रास व रूड़की की तर्ज पर नया ग्रेडिंग सिस्ट लागू Dhanbad News
सत्र 2019-20 के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए नया ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया है। इसके अनुसार जिन छात्रों के नंबर कम आएगा उनका प्रोफेसर के अलावा सीनियर भी सहयोग करेंगे।
धनबाद, जेएनएन। नई ग्रेडिंग प्रणाली और बैकलॉग आदि से जुड़े मामलों पर आइएसएम छात्रों ने डीन एकेडमिक प्रो. जी उदयभानू का साक्षात्कार लिया। इस दौरान उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आइआइटी मद्रास तथा रूड़की की तर्ज पर नया ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया है, जो गणित विभाग की मदद से बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि इसे लागू करने से पूर्व इसपर काफी अध्ययन किया गया है। इससे छात्रों को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। प्रोफेसर ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2018-19 बैच के मैकेनिकल तथा कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्रों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक था। पिछले ग्रेडिंग सिस्टम से नया ग्रेडिंग सिस्टम काफी बेहतर है।
उन्होंने कहा कि बैकलॉग मामले में आमतौर पर एक छात्र पांच विषयों के लिए नामांकन कर सकता है। यदि गंभीर स्वास्थ्य या बीमारी की समस्या है, तो ऐसे मामले में एक छात्र को छह पेपर में बैकलॉग नामांकन की अनुमति दी जा सकती है।
छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए प्रो. उदयभानू ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2019-20 के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए एक योजना लागू की गई है। जिसके अनुसार, वे जिस विषय में फेल हो रहे हैं और उनका ओजीपीए तय नंबर से कम आ रहा है, उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। इसमें प्रोफेसर के अलावा सीनियर भी उनका सहयोग करेंगे, ताकि उनका प्रदर्शन बेहतर हो सके।