शहर में अनियमित जलापूर्ति का कारण अवैध जल संयोग
धनबाद : अवैध जल संयोग से शहर में नियमित जलापूर्ति पर पड़ रहे असर ने पेयजल विभाग की चिंता बढ
धनबाद : अवैध जल संयोग से शहर में नियमित जलापूर्ति पर पड़ रहे असर ने पेयजल विभाग की चिंता बढ़ा दी है। पेयजल विभाग ने निगम को पत्र लिखकर अवैध जल संयोग पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। पेयजल विभाग ने अवैध जल संयोग से शहर में गंभीर जलापूर्ति संकट उत्पन्न होने की ओर इशारा किया है।
विभाग ने निगम का ध्यान आकृष्ट कराया है कि धनबाद में अनियमित जलापूर्ति का बड़ा कारण मैथन जलापूर्ति के मुख्य राइजिंग पाइप में भारी संख्या में अवैध जल संयोग है। अवैध जल संयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, जिससे भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ रहा है। मोटर बंद करने से पानी की कमी हो जा रही है। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 77 एमएलडी जलापूर्ति की है। वर्तमान में इससे 35 एमएलडी जलापूर्ति की जाती है, लेकिन इतना पानी भी प्लांट को नहीं मिल रहा है। मैथन इंटेकवेल से भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचते-पहुंचते 50 प्रतिशत पानी अवैध जल संयोग में चला जाता है। मैथन से भेलाटांड़ के बीच अवैध जल संयोग को प्रभावशाली लोगों का संरक्षण प्राप्त है। पेयजल विभाग ने प्रशासनिक सहयोग से अवैध जल संयोग बंद कराने का आग्रह किया है।
स्टील गेट जलमीनार में जलापूर्ति नहीं
शनिवार को स्टील गेट जलमीनार में जलापूर्ति नहीं की गई। वहीं, चिरागोड़ा, स्टील गेट सहित वासेपुर में देर से जलापूर्ति की गई। चिरागोड़ा में शाम 7.45 बजे जलापूर्ति की गई। वासेपुर व धनसार में शाम को जलापूर्ति हुई। बिजली की समस्या के चलते इन इलाकों में जलापूर्ति में परेशानी आई। भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पूरे दिन बिजली आती जाती रही।