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IRCTC: रेलवे का न्यू ईयर प्लान ... राजधानी-दुरंतो में खाइए माछेर झोल-भात, लिट्टी-चोखा का मिलेगा स्वाद

बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही नए साल में यात्रियों के लिए दोनों नई खान-पान सुविधा शुरू करने की तैयारी है। बंगाल से खुलने वाली राजधानी और दुरंतो झारखंड बिहार और उत्तर प्रदेश होकर नई दिल्ली जाती है। इन क्षेत्रों में भोजपुरी डिश लिट्टी-चोखा खूब पसंद किया जाता है।

By Jagran NewsEdited By: Atul SinghPublished: Mon, 28 Nov 2022 04:21 PM (IST)Updated: Mon, 28 Nov 2022 04:21 PM (IST)
IRCTC: रेलवे का न्यू ईयर प्लान ... राजधानी-दुरंतो में खाइए माछेर झोल-भात, लिट्टी-चोखा का मिलेगा स्वाद
नए साल में यात्रियों के लिए दोनों नई खान-पान सुविधा शुरू करने की तैयारी है।

तापस बनर्जी, धनबाद : अगर आप लिट्टी-चोखा के शौकीन हैं तो ट्रेन के सफर में भी आप इसका स्वाद चख सकेंगे। राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस सरीखे वीआइपी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को अब जल्द ही गरमा-गरम लिट्टी-चोखा परोसा जाएगा। रेलवे जल्द ही इसे खान-पान मेन्यू में जगह देने वाली है। लिट्टी-चोखा ही नहीं बंगाल से खुलने वाली हावड़ा और सियालदह राजधानी व दुरंतो एक्सप्रेस में माछेर झोल-भात (मछली-चावल) भी मेन्यू में शामिल होगा। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पाेरेशन-आइआरसीटीसी ने खान-पान मेन्यू में इन दोनों क्षेत्रीय व्यंजनों को शामिल करने की सिफारिश रेलवे बोर्ड को भेज दी है।

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बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही नए साल में यात्रियों के लिए दोनों नई खान-पान सुविधा शुरू करने की तैयारी है। बंगाल से खुलने वाली राजधानी और दुरंतो झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश होकर नई दिल्ली जाती है। इन क्षेत्रों में भोजपुरी डिश लिट्टी-चोखा खूब पसंद किया जाता है। यही वजह है कि यात्रियों के भोजन में इसे जगह देने की तैयारी है। बंगाल के यात्रियों को माछेर-झोल भात खूब प्रिय है और अब सफर में भी उन्हें अपने पसंदीदा व्यंजन से दूर नहीं रहना होगा। हाल में रेलवे ने आइआरसीटीसी को मेन्यू बदलने की छूट दी है। इसके साथ ही क्षेत्रीय व्यंजन को खान-पान मेन्यू में शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है। पूर्व रेलवे के सीपीआरओ एकलव्य चक्रवर्ती ने बताया कि बोर्ड की अनुमति मिलते ही नई व्यवस्था बहाल हो जाएगी।

यात्रियों को मिलेगा हां या न का विकल्प

राजधानी और दुरंतो जैसी ट्रेनों के यात्रियों को खान-पान सेवा को लेकर उनकी इच्छा के मुताबिक विकल्प दिए गए हैं। यात्री चाहें तभी टिकट बुकिंग के दौरान खान-पान का चयन कर सकते हैं। अगर यात्री कैटरिंग सेवा नहीं लेना चाहते हैं तो उसके पैसे नहीं चुकाने होंगे। क्षेत्रीय व्यंजनों के खान-पान में शामिल होने के बाद भी यह विकल्प जारी रहेगा। आरक्षण कराते समय हां या न का विकल्प चुन सकेंगे।

 छोटे बच्चों के लिए भी अलग व्यवस्था

ट्रेनों की खान-पान सेवा में डायबिटीज के मरीज के लिए डायबिटिक फूड और छोटे बच्चों के लिए बेबी फूड का विकल्प भी यात्रियों को मिलेगा। यह सुविधा नियमित मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को भी मिलेगी। इसके साथ मौसमी खान-पान सेवा और त्योहार विशेष के दौरान भी यात्रियों की मांग के अनुसार कैटरिंग सेवा उपलब्ध करायी जाएंगी।


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